UPSC Sociology Optional Question Paper 2024: प्रश्न पत्र I
खण्ड- A
Q1. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में लिखिए:
(a) समाजशास्त्र की प्रकृति की चर्चा कीजिए । सामाजिक मानवशास्त्र के साथ इसके संबंध पर प्रकाश डालिए ।
(b) एक प्रस्थिति समूह (स्टेटस ग्रुप) के रूप में जाति-व्यवस्था की बदलती प्रकृति का विश्लेषण कीजिए ।
(c) एक संस्था के रूप में विवाह ने अपने दृष्टिकोण में ‘अनुष्ठान’ से लेकर ‘व्यावसायिक’ तक मूल परिवर्तन किया है। इस परिवर्तन के पीछे के कारकों की व्याख्या कीजिए ।
(d) नागरिक समाज की जीवंत संस्कृति प्रजातंत्र की ज़रूरत है ताकि नागरिकता के इसके आधार को किया जा सके। टिप्पणी कीजिए ।
(e) टैल्कॉट पार्सन्स के द्वारा प्रस्तावित परिवार के ‘बुनियादी एवं अलघुकरणीय’ प्रकार्य क्या हैं? व्याख्या कीजिए ।
Q2. (a) समाजशास्त्र यूरोपीय ज्ञानोदय और पुनर्जागरण के उत्पाद के रूप में उभरा है । इस कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए ।
(b) क्या आप ऐसा सोचते हैं कि समाजशास्त्रीय अनुसंधान में ‘वस्तुनिष्ठता’ की अवधारणा अति-प्रचारित विचार है ? ग़ैर-प्रत्यक्षवादी विधियों के गुण एवं दोषों की विवेचना कीजिए ।
(c) सामाजिक गतिशीलता क्या है ? सामाजिक स्तरीकरण के ‘बंद’ एवं ‘खुले’ वर्गीकरण के प्रतिरूपों का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए ।
Q3. (a) समाजशास्त्रीय अनुसंधान में डिजिटल एथनोग्राफी एवं दृश्य संस्कृति के उपयोग की बढ़ती प्रवृत्ति को आप कैसे देखते एवं आँकते हैं ?
(b) मार्क्सवादी विचारधारा की आलोचना के रूप में मैक्स वेबर की पुस्तक ‘द प्रोटेस्टेंट एथिक एण्ड द स्पिरिट ऑफ कैपिटलिज़्म’ में अभिव्यक्त मुख्य विचार का वर्णन कीजिए ।
(c) कार्ल मार्क्स के द्वारा प्रतिपादित ‘अलगाव’ की मुख्य विशेषताओं की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए ।
Q4. (a) ‘मिश्रित पद्धति’ से आप क्या समझते हैं ? सामाजिक अनुसंधान में इसके गुणों एवं सीमाओं की चर्चा कीजिए ।
(b) ‘गिग’ अर्थव्यवस्था की अवधारणा को परिभाषित कीजिए और श्रम बाज़ार एवं श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा पाश पर इसके प्रभाव की चर्चा कीजिए ।
(c) कामकाज एवं रोज़गार की प्रकृति पर तकनीकी प्रगति एवं स्वचालन के प्रभावों का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।
खण्ड- B
Q5. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में लिखिए:
(a) ‘सामाजिक तथ्य’ की विभिन्न विशेषताओं का वर्णन कीजिए। दुर्खीम के अनुसार आत्महत्या की किस प्रकार एक सामाजिक तथ्य है ?
(b) ‘सामान्यीकृत अन्य’ के माध्यम से ‘आत्म’ के विकास पर जी.एच. मीड के विचार की व्याख्या कीजिए ।
(c) सामंती एवं पूँजीवादी समाजों में कार्य संगठन के सिद्धांतों की विभिन्नताओं का वर्णन कीजिए ।
(d) ‘शक्ति’ किस प्रकार से ‘सत्ता’ से भिन्न है ? मैक्स वेबर के द्वारा प्रणीत विभिन्न प्रकार की सत्ताओं की चर्चा कीजिए ।
(e) सामाजिक परिवर्तन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिकाओं का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए । ‘ऑनलाइन’ शिक्षा और अध्यापन में इनकी बढ़ती प्रवृत्ति के बारे में आपके क्या विचार हैं ?
Q6. (a) समकालीन सामाजिक आंदोलनों में सोशल मीडिया की भूमिका को रेखांकित कीजिए और इसमें निहित चुनौतियों का वर्णन कीजिए ।
(b) एक बहुसांस्कृतिक समाज विभिन्न प्रकार की विविधताओं – प्रजातीय, भाषायी एवं धार्मिक – को कैसे समायोजित करता है ? इसकी मुख्य चुनौतियों की चर्चा कीजिए ।
(c) आत्मवाद की अवधारणा की चर्चा कीजिए और बताइए कि यह प्रकृतिवाद से किस प्रकार भिन्न है ।
Q7. (a) क्या आधुनिकीकरण एवं धर्मनिरपेक्षता अनिवार्य रूप से एक साथ चलते हैं ? अपने विचार व्यक्त कीजिए ।
(b) समकालीन समाज में सम्प्रदायों एवं पंथों की तेजी से वृद्धि की परिघटना को आप कैसे समझते हैं ? इस प्रवृत्ति के लिए उत्तरदायी कारकों की चर्चा कीजिए ।
(c) समाज में सामाजिक पदानुक्रमों के निर्माण एवं रख-रखाव में शक्ति – विन्यास के आयामों की चर्चा कीजिए ।
Q8. (a) आधुनिक परिवार न केवल एकल एवं नव-स्थानीय हुए हैं, बल्कि संतान- केन्द्रित भी हो गए हैं। आप इस प्रवृत्ति की कैसे व्याख्या करेंगे ?
(b) सामाजिक परिवर्तन के विभिन्न सिद्धांतों की चर्चा कीजिए । सामाजिक परिवर्तन के एकरेखीय सिद्धांत की सीमाओं की व्याख्या कीजिए ।
(c) विभिन्न राष्ट्रों के विकास और निर्भरता के संदर्भ में इमैनुएल वॉलरस्टीन के विश्व व्यवस्था सिद्धांत का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए ।
UPSC Sociology Optional Question Paper 2024: प्रश्न पत्र II
खण्ड- A
1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) आपके अनुसार, भारत में जाति-व्यवस्था की निरन्तरता के लिए कौन-से कारक उत्तरदायी हैं? व्याख्या कीजिए ।
(b) भारत में औद्योगिक वर्ग संरचना में हो रहे परिवर्तनों की चर्चा कीजिए ।
(c) क्या भारतीय समाज में असमानताओं के विभिन्न स्वरूपों को समझने के लिए पितृसत्तात्मकता एक कुंजी है ? विस्तार से लिखिए ।
(d) क्या आपको लगता है कि भारत में नातेदारी के बदलते स्वरूप से पारिवारिक सम्बन्ध प्रभावित हो रहे हैं? टिप्पणी कीजिए ।
(e) सरकारी प्रयत्नों के बावजूद, भारत में अब भी बंधुआ मजदूरी जारी है। चर्चा कीजिए ।
2. (a) भारतीय समाज के अध्ययन पर ‘पाश्चात्य’ तथा ‘भारत शास्त्रीय (इंडोलॉजिकल)’ दृष्टिकोण के बीच अंतर स्पष्ट कीजिए। ‘भारत-शास्त्रीय’ दृष्टिकोण में जी० एस० घुर्ये के योगदान के प्रमुख पक्षों पर प्रकाश डालिए ।
(b) भारत में जनजातियों की पहचान करने में आने वाली परिभाषात्मक समस्याएँ क्या हैं? भारत में जनजातियों के विकास में आने वाली प्रमुख बाधाओं की चर्चा कीजिए ।
(c) आंद्रे बेते के अनुसार, भारत में कृषक वर्ग की संरचना के क्या आधार हैं? विश्लेषण कीजिए ।
3. (a) समाजशास्त्र में विवाह का अध्ययन क्यों महत्त्वपूर्ण है ? भारतीय समाज के लिए विवाह के प्रतिमानों में हो रहे परिवर्तनों के निहितार्थों का विश्लेषण कीजिए ।
(b) क्या आप सोचते हैं कि महिलाओं के लिए किये गये संवैधानिक प्रावधानों ने उनका उत्थान किया है? अपने उत्तर के कारण लिखिए।
(c) शिक्षा, सामाजिक विकास की कुंजी है। स्पष्ट कीजिए ।
4. (a) भारत में धार्मिक समुदाय, सांस्कृतिक विभिन्नता में किस प्रकार योगदान देते हैं ?
(b) शक्ति के विकेन्द्रीकरण से आप क्या समझते हैं? भारत में प्रजातंत्र की जड़ों को सुदृढ़ करने में इसकी क्या भूमिका है ? विस्तारपूर्वक लिखिए ।
(c) अस्पृश्यता के कौन-से स्वरूप भारत में आज भी प्रचलित हैं ? उचित उदाहरणों सहित चर्चा कीजिए ।
खण्ड- B
5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) भारत में नगरीय बस्तियों की वृद्धि में नए रुझानों का उपयुक्त उदाहरणों के साथ परीक्षण कीजिए ।
(b) क्या श्रमिक प्रवास तथा अनौपचारिक क्षेत्र में कोई सम्बन्ध है? भारतीय संदर्भ में तर्कसंगत उत्तर दीजिए ।
(c) क्या भारत में मलिन बस्तियाँ उद्योगीकरण तथा नगरीकरण की अभिव्यक्तियाँ हैं? व्याख्या कीजिए ।
(d) भारत में राजनैतिक अभिजनों की बदलती प्रकृति की चर्चा कीजिए ।
(e) भारत में हाल ही में हुए कृषक आंदोलन के बारे में आपका क्या मूल्यांकन है ? विस्तार से लिखिए ।
6. (a) भारत में महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य से सम्बन्धित प्रमुख चुनौतियों की चर्चा कीजिए। इन चुनौतियों को दूर करने के लिए आप क्या तरीके सुझाएँगे?
(b) सतत विकास किसे कहते हैं? भारत में सातत्य कैसे प्राप्त किया जा सकता है, जहाँ आजीविका के लिए पर्यावरण संरक्षण के साथ संघर्ष की आवश्यकता पड़ती है ?
(c) भारत में विकास योजना की प्रासंगिकता का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए ।
7. (a) पर्यावरणीय आन्दोलन, विकास तथा जनजातीय पहचान की त्रयी का विश्लेषण कीजिए ।
(b) भारत में कानूनी प्रावधान किस सीमा तक महिलाओं के विरुद्ध हिंसा कम करने में प्रभावी हैं? अपना तर्क दीजिए ।
(c) आधुनिक भारत में दलित आन्दोलनों की सामाजिक और ऐतिहासिक उत्पत्ति का विवरण दीजिए ।
8. (a) भारत में स्वतंत्रता- पूर्व हुए सुधार आंदोलनों के प्रमुख योगदान को रेखांकित कीजिए ।
(b) भारत में कृषि प्रधान सामाजिक संरचना से सम्बन्धित असमानताओं के विभिन्न स्वरूपों को चिह्नित कीजिए ।
(c) दबाव समूह क्या होते हैं? लोकतंत्र में निर्णय लेने में इनकी भूमिका की चर्चा कीजिए ।