UPSC Political science (PSIR) Optional Question Paper 2019: प्रश्न पत्र I

खण्ड- A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक पर लगभग 150 शब्दों में टिप्पणी लिखिए:

(a) राजनीतिक थियोरी का पुनरुत्थान।
(b) राज्य की बहुवादी थियोरी।
(c) विचारधारा का अन्त्य वादविवाद।
(d) विमर्शी लोकतंत्र।
(e) एम के गांधी की स्वराज की संकल्पना।

2.(a) प्लैटो के आदर्शवाद पर अरस्तू की मीमांसा को स्पष्ट कीजिए।
(b) न्याय पर समुदायवादी परिप्रेक्ष्यों का परीक्षण कीजिए।
(c) स्वतंत्रता की नकारात्मक और सकारात्मक संकल्पनाओं की तुलना कीजिए।

3.(a) ग्रामसी के अनुसार, “प्राधान्य मुख्यतः सहमति के आयोजन पर आधारित है।” टिप्पणी कीजिए।
(b) राज्य के तत्वों पर कौटिल्य के विचारों की विवेचना कीजिए।
(c) उदारतावादी नारी-अधिकारवाद और उग्रवादी नारी-अधिकारवाद के बीच विभेदन कीजिए।

4.(a) हन्ना आरेन का श्रम, कार्य और कर्म (क्रिया) की संकल्पनात्मक तिकड़ी का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
(b) ‘सर्वोत्तम युक्ति के रूप में अधिकार’ के सिद्धांत की विवेचना कीजिए।
(c) मार्क्सवाद की समकालीन प्रासंगिकता क्या है?

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दीजिए:

(a) संविधान निर्माताओं के मन में शायद भारत की एकता और अखंडता अकेला एक सर्वोच्च कारक थी। टिप्पणी कीजिए।
(b) भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में दलित परिप्रेक्ष्य। विवेचना कीजिए।
(c) सांविधानिक अधिदेश के बावजूद, अंतर-राज्य परिषद का पर्याप्त विकास नहीं हो पाया है। व्याख्या कीजिए।
(d) राजनीतिक विकेन्द्रीकरण के मुकाबले तृणमूल स्तर पर प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण नहीं हुआ है। व्याख्या कीजिए।
(e) चिपको आन्दोलन के महत्व पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

6.(a) भारत में राष्ट्रीय आन्दोलन साम्राज्य विरोधी था जो अपने सामाजिक-आर्थिक एवं राजनीतिक कार्यक्रमों में अधिकाधिक उग्रवादी हो रहा था। स्पष्ट कीजिए।
(b) भारत में हरित क्रांति का राजनीतिक परिणाम क्या हुआ है? स्पष्ट कीजिए।
(c) हमारे विधिकर्ताओं का बदलता सामाजिक-आर्थिक चरित्र-चित्रण भारतीय लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिए शुभ नहीं है। टिप्पणी कीजिए।

7.(a) हाल के चुनावों में, विकास ने जाति के प्रभाव को मतदान व्यवहार में आच्छादित कर दिया है। विवेचना कीजिए।
(b) भारत का नियंत्रक और महालेखापरीक्षक सरकार की जवाबदेही को बढ़ाता है एवं सरकार के वित्तों के प्रहरी के रूप में कार्य करता है। स्पष्ट कीजिए।
(c) राष्ट्रीय महिला आयोग की भूमिका का संक्षेप में विवेचन कीजिए। क्या आप सोचते हैं कि यह एक दंत विहीन संस्था है?

8.(a) “आधारिक संरचना का सिद्धांत भारत के संविधान में अंतर्निहित है; उच्चतम न्यायालय ने इसे केवल एक सुस्पष्ट रूप प्रदान किया है।” टिप्पणी कीजिए।
(b) प्रधानमंत्री का कार्यालय (पी. एम.ओ.) भारत में सर्वाधिक शक्तिशाली संस्था के रूप में उभर कर आया है। चर्चा कीजिए।
(c) उदारीकरण एवं वैश्वीकरण के युग में, राज्य की नीति के निदेशक तत्वों की प्रासंगिकता पर टिप्पणी कीजिए।


UPSC Political science (PSIR) Optional Question Paper 2019: प्रश्न पत्र II

खण्ड- A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दीजिए:

(a) भारत और पाकिस्तान के मध्य ताजा गतिरोध के संदर्भ में परमाणु प्रतिवारण सिद्धांत की उपयोगिता की विवेचना कीजिए।
(b) वेनेजुएला में 17 वें नाम (एन ० ए ० एम ०)शिखर सम्मेलन पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
(c) सं ० रा० के निधीयन में सं ० रा० अ ० का प्रभुत्व किस प्रकार उसके निर्णय लेने को प्रभावित करता है?
(d) बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग में बिम्सटेक (BIMSTEC) की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।
(e) क्या आप सोचते हैं कि संधारणीय विकास लक्ष्य 2030 तक वस्तुतः प्राप्य हैं?

2. (a) राजनैतिक विश्लेषण में तुलनात्मक विधि की महत्ता का परीक्षण कीजिए। इसकी सीमाओं की विवेचना कीजिए।
(b) लोकतान्त्रिक देशो में निम्न मतदाता सहभागिता के कारणों की उपयुक्त उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए।
(c) अन्तर्राज्यीय विवादों में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।

3.(a) भूमंडलीकरण के संदर्भ में मार्क्सवादी उपागम की प्रासंगिकता की व्याख्या कीजिए।
(b) एक बहु-ध्रुवीय विश्व के लाभों की पहचान कीजिए।
(c) मानवाधिकारों के संदर्भ में व्यक्तिगत आकड़ा संरक्षण की महत्ता की विवेचना कीजिए।

4.(a) अं० मु० को ० (आइ ० एम ० एफ ०)और विश्व बैंक में सं ० रा ० अ ० एवं पश्चिमी प्रभुत्व को उभरती शक्तियां कैसे चुनौती डे रही हैं?
(b) विकासशील देशों में ‘नव सामाजिक आंदोलनों’ पर एक निबंध लिखिए।
(c) क्या विकासशील देशों में लोकतंत्र प्रोत्साहन एक साध्य विचार है?

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दीजिए:

(a) भारत की विदेश नीति में ‘संसदीय कूटनीति’ की भूमिका का परीक्षण कीजिए।
(b) गुटनिरपेक्ष 1.0 के साथ गुटनिपेक्ष 2.0 की सादृश्यता एवं विषमता दिखाइए।
(c) किस प्रकार आइ ० बी ० एस ० ए ० डायलॉग फोरम (भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका) के माध्यम से भारत अपनी विदेश नीति उद्देश्यों का अनुशीलन कर रहा है?
(d) हिन्द-प्रशांत के विचार को भारत कैसे प्रत्युत्तरित कर रहा है?
(e) “भारत और इजराइल के मध्य बढ़ती निकटता फिलिस्तीन के उद्देश्य को सशक्त करेगी।” टिप्पणी कीजिए।

6. (a) चीन की ‘वन बेल्ट वन रोड (ओ ० बी ० ओ० आर ०)’ पहल का संक्षिप्त वर्णन कीजिए और उस पर भारत के प्रमुख सरोकारों का विश्लेषण कीजिए।
(b) भारत और चीन के मध्य ब्रह्मपुत्र नदी जल बंटवारा के वर्तमान विषय क्या हैं?
(c) सं ० रा ० शांति-स्थापना संचालनों में भारत की भूमिला की अभिनूतन अभिनतियों का विश्लेषण कीजिए।

7. (a) भारत की विदेश नीति में सामुद्रिक सुरक्षा की बढ़ती महत्ता का परीक्षण कीजिए।
(b) पश्चिम एशिया में भारत की अभिरुचि पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
(c) सं ० रा ० अ ० तथा ईरान के मध्य वर्तमान गतिरोध भारत की ऊर्जा सुरक्षा को कैसे प्रभावित कर रहा है?

8. (a) भारत की एक नई विश्व व्यवस्था की परिकल्पना (vision) का मूल्यांकन कीजिए।
(b) दक्षिण चीन सागर विवाद पर भारत के दृष्टिकोण का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
(c) क्षेत्र में अभिनूतन प्रगतियों के मद्देनजर, क्या आप सोचते हैं कि भारत की ‘नो फर्स्ट यूज (एन ० एफ ० यू ०)’ परमाणु नीति में परिवर्तन की आवश्यकता है?


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