UPSC Political science (PSIR) Optional Question Paper 2017: प्रश्न पत्र I

खण्ड- A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक पर लगभग 150 शब्दों में टिप्पणी लिखिए:

(a) श्री अरविन्द के अनुसार भारत के लिए अपने निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु स्वराज एक आवश्यक शर्त है
(b) राज्य का नव-उदारवादी दृष्टिकोण
(c) उत्तरवर्ती-आधुनिकतावाद
(d) पारिस्थितिक (इको)-नारीवाद
(e) हॉब्स की राजनीतिक बाध्यता की धारणा

2. (a) रॉल्स का न्याय सिद्धांत संविदागत एवं वितरक दोनों ही है। परीक्षण कीजिए।
(b) असमानता सर्वत्र क्रांति का एक कारण है – अरस्तू । टिप्पणी कीजिए।
(c) समाजवाद को परिभाषित कीजिए। फेबियन के समाजवाद की मुख्य विशेषताओं की विवेचना कीजिए।

3. (a) बहुसंस्कृतिवाद से आप क्या समझते हैं? बहुसंस्कृतिवाद पर भिखू पारेख के विचारों की विवेचना कीजिए।
(b) सहभागिता के बिना विमर्शी लोकतंत्र का महत्व नहिं है तथा विमर्श के बिना सहभागी लोकतंत्र विश्वसनीय नहीं है। टिप्पणी कीजिए।
(c) स्वतंत्रता (फ़्रीडम) और मुक्ति (लिबर्टी) में भेद कीजिए। स्वतंत्रता (फ़्रीडम) पर मार्क्स की धारणा की विवेचना कीजिए।

4.(a) राजनीतिक लोकतंत्र जीवित नहीं रह सकता यदि सामाजिक लोकतंत्र उसका आधार न हो – बी. आर. अम्बेडकर । टिप्पणी कीजिए।
(b) इतिहास की धरण से आप क्या समझते हैं? कौटिल्य द्वारा प्रतिपादित राज्यतंत्र के सिद्धांत की विवेचना कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित प्रत्येक पर लगभग 150 शब्दों में टिप्पणी कीजिए:

(a) महात्मा गांधी की सफलता राजनीतिक तथा गैर-राजनीतिक, दोनों ही आंदोलनों को एक एकीकृत राष्ट्रवादी आन्दोलन में परिवर्तित करने में सन्निहित थी।
(b) निजता का अधिकार जीवन के अधिकार का अंतरंग भाग है।
(c) भारतीय संघ सहयोगशील संघ से प्रतिस्पर्धी संघ की ओर अग्रसर हुआ है।
(d) भारत में चुनावी लोकतंत्र के सशक्तिकरण में राज्य आर्थिक सहायता/निधीयन एक प्रभावी साधन हो सकता है।
(e) उत्तरवर्ती-उदारीकरण युग में भारतीय राजनीति परंपरागत/श्रेय देने की राजनीति से विकसात्मक राजनीत की ओर अग्रसर हो रही है।

6. (a) संसदीय सर्वोच्चता तथा संसदीय संप्रभुता में अंतर स्पष्ट कीजिए। क्या आप भारतीय संसद को एक सप्रभु संसद मानेंगे? परीक्षण कीजिए।
(b) क्या 73 वें सांविधानिक संशोधन ने भारत में पंचायतों में महिलाओं को सशक्त किया है? विवेचना कीजिए।
(c) भारतीय राजनीति में धर्म अभी भी एक महत्वपूर्ण कारक है। विवेचना कीजिए।

7. (a) भारत ‘एक-दलीय प्रभावी पद्धति’ से ‘एक-दल निर्देशित गठबंधन’ की ओर अग्रसर हुआ है। विवेचना कीजिए।
(b) भारत का राष्ट्रपति कैसे निर्वाचित होता है? भारतीय राष्ट्रपति के निर्वाचक मंडल की मुख्य विशेषताओं को रेखांकित कीजिए।
(c) भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को संरक्षित, संवर्धित और सुरक्षित रखने में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की भूमिका का परीक्षण कीजिए।

8. (a) हाल के वर्षों में न्यायपालिका ने विधायिका एवं कार्यपालिका, दोनों की भूमिका को अपना लिया है। उपयुक्त उदाहरणों के साथ परीक्षण कीजिए।
(b) हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं? क्या आप सोचते हैं कि समकालीन भारत में कृषिक चुनौतियों के पर्याप्त निराकरण हेतु एक द्वितीय हरित क्रांति की आवश्यकता है? परीक्षण कीजिए।
(c) उद्देश्यों एवं साधनों की दृष्टि से उदारवादी राष्ट्रवाद और उग्रवादी/युयुत्सु (आतंकवादी)राष्ट्रवाद में अंतर स्पष्ट कीजिए।


UPSC Political science (PSIR) Optional Question Paper 2017: प्रश्न पत्र II

खण्ड- A

1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:

(a) तुलनात्मक राजनीति के क्षेत्र में राजनीतिक-समजशास्त्रीय उपागम को स्पष्ट कीजिए एवं उसकी सीमाओं की विवेचना कीजिए।
(b) पाश्चात्य जगत के परिप्रक्ष्यों से, गत 25 वर्षों में हुए वैश्वीकरण का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
(c) विकसित समाजों में एल ० जी ० बी ० टी० (समलिंगी, उभयलिंगी तथा विपरीतलिंगी)आन्दोलन का परीक्षण कीजिए और विकासशील समाजों में राजनीतिक सहभागिता को यह किस प्रकार से प्रभावित कर रहा है इसका परीक्षण कीजिए।
(d) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘नाफ्टा’ से पृथक होने के प्रस्ताव के फलस्वरूप विश्व राजनीति के प्रदेशीकरण पर अनपेक्षित परिणाम होंगे। सविस्तार स्पष्ट कीजिए।
(e) समकालीन वैश्विक मुद्दों की नारी अधिकारवादी समालोचना का एक आकलन प्रस्तुत कीजिए।

2. (a) क्या यथार्थवादी उपागम अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को समझने की सर्वोत्तम विधि है? क्लासिकी यथार्थवाद के परिप्रेक्ष्य में इसका परीक्षण कीजिए।
(b) वैश्विक पूंजीवाद के विकास ने समाजवादी अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील समाजों की प्रकृति को किस प्रकार परिवर्तित किया है?
(c) पारराष्ट्रीय कर्ताओं के संदर्भ में, आधुनिक राज्य की बदलती हुई प्रकृति का विवेचन कीजिए।

3. (a) “उत्तर कोरिया द्वारा विकसित उन्नत मिसाइल प्रौद्योगिकी एवं नाभिकीय धमकी ने दक्षिण-पूर्व एशिया में अमेरिका प्राधान्य को चुनौती दी है।”
इस प्रदेश में हाल के घटनाक्रमों के संदर्भ में, उपरोक्त कथन का मूल्यांकन कीजिए।
(b) क्या आप इस एमटी का समर्थन करते हैं कि द्वि-ध्रुवीयता की समाप्ति एवं अनेक प्रादेशिक संगठनों के उदय ने गुट-निरपेक्ष आन्दोलन (नाम) को कमोबेश अप्रासंगिक बना दिया है?
(c) क्या आप इस विचार से सहमत हैं कि संयुक्त राष्ट संघ के प्रकार्यण में परिसीमाओं के बावजूद, इसे प्रतिष्ठित एवं अद्वितीय उपलब्धियों का श्रेय प्राप्त है?

4.(a) पेरिस पर्यावरण संधि से हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका के अलग हो जाने की कार्रवाई से विश्व पर्यावरण का संरक्षण करने पर प्राप्त मतैक्य को ठेस लगी है। इस संदर्भ में, पर्यावरण नियंत्रण की भविष्यत्का लिक संभावनाओं का आकलन कीजिए।
(b) यूरोपीय संघ के द्वारा प्रारंभ किए गए प्रदेशीकरण प्रक्रम को ‘ब्रेक्सिट’ ने किस प्रकार प्रभावित किया है, तथा विश्व राजनीति के प्रदेशिकीकरण प्रक्रम पर इसके क्या संभावित परिणाम हो सकते हैं?
(c) इमानुएल वालरस्टीन के द्वारा विकसित विश्व व्यवस्था उपागम का परीक्षण कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:

(a) भारत की विदेश नीति के निर्धारण तत्वों के रूप में, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन एवं भारत की भौगोलिक अवस्थिति का परीक्षण कीजिए।
(b) दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार क्षेत्र (साफ्टा) के विकास में कौन-सी बाधाएं हैं?
(c) “भारत और भूटान के मध्य चिरस्थायी शांति और मित्रता की संधि को और अधिक व्यावहारिक, यथार्थवादी बाध्यताओं एवं उत्तरदायित्वों सहित संशोधित करने की आवश्यकता है।” टिप्पणी कीजिए।
(d) “विश्वभर में संयुक्त राष्ट्र शांति-रक्षकों को योगदान देने में भारत सबसे बड़ा और अटल देश रहा है।” इस परिप्रेक्ष्य में भारत की भूमिका का परीक्षण कीजिए।
(e) क्या हाल के भारत-इजराइल संबंधों ने फिलीस्तीन के राज्यत्व पर भारत के रुख को नई गत्यात्मकता प्रदान की है?

6. (a) उपायों को सुझाइए ताकि अफ्रीका के साठ भारत की साझेदारी, दक्षिण-दक्षिण सहयोग का रक सत्य प्रतीक बन जाय, और दोनों पक्षों के स्पष्ट रूप से आर्थिक एवं राजनीतिक लाभांश प्राप्त हो।
(b) “विभिन्न मुद्दों पर भारत और पाकिस्तान के मध्य मतभेदों के बावजूद, सिंधु जल समय की परीक्षा में खरी उतरी है।” इस कथन के प्रकाश में, इस मुद्दे पर हाल के घटनाक्रमों का विवेचन कीजिए।
(c) विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेदों के चलते ‘विश्व व्यापार संगठन’ वार्ताओं के दोहा दौर की अवरुद्ध प्रगति का विश्लेषण कीजिए।

7. (a) चीन की ‘मेखला और सड़क पहल’ किस प्रकार भारत-चीन संबंधों को प्रभावित करने वाली है?
(b) भारत और रूस के बीच हाल के मतभेद तथ्यों के बजाय मिथ्या-धारणाओं के फलस्वरूप हैं। सविस्तार स्पष्ट कीजिए।
(c) ‘मतैक्य के लिए मिलकर काम करना’, जिसको ‘कॉफी क्लब’ के नाम से भी जाना जाता है, ने भारत एवं अन्य देशों के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के दावों का विरोध किया है। उनकी प्रमुख आपत्तियों को इंगित कीजिए।

8. (a) संभव है कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के स्वाभाविक व्यवहार एक-दूसरे के हितों की पूर्ति करें। अतैव उनके प्रयासों का समन्वय करने की सोची-समझी रणनीति स्पष्ट रूप से दोनों को लाभ पहुंचाएगी। सविस्तार स्पष्ट कीजिए।
(b) क्या आप इस विचार को मानते हैं कि नई विकसित होती हुई एशियाई गत्यात्मकता में जापान एवं भारत न केवल आर्थिक सहयोग में, अपितु सामरिक साझेदारी में भी नजदीक आ गए हैं?
(c) परमाणु अप्रसार संधि (एन ० पी ० टी०) वैश्विक नाभिकीय निरस्त्रीकरण के अंतिम उद्देश्य की प्राप्ति में असफल रही है। परमाणु अप्रसार संधि के प्रावधान में कमियों का विवेचन कीजिए।


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