UPSC Geography Optional Question Paper 2018: प्रश्न पत्र I

खण्ड- A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्नों का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) “दृश्यभूमि (लैंडस्केप) संरचना, प्रक्रम और अवस्था का एक प्रकार्य होता है।” कथन की समीक्षा कीजिए।
(b) जलीय चक्र में वाष्पन की भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
(c) समुद्र तल परिवर्तनों के कारणों और परिणामों का वर्णन कीजिए।
(d) अन्तःस्तरी और असुस्तरी मृदाओं के बीच विभेदन कीजिए। असुस्तरी मृदाओं के अभिलक्षणों और महत्व का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
(e) मुंबई में बारम्बार होने वाले आप्लावन के प्राकृतिक और मानवजनिक कारणों तथा उसके न्यूनीकरण के उपायों को स्पष्ट कीजिए।

2.(a) मूल्यांकन कीजिए कि कोबर की भू-अभिनतिक थियोरी पर्वत निर्माण प्रक्रम की किस सीमा तक व्याख्या करती है।
(b) जी. टी. ट्रिवार्था द्वारा प्रस्तावित जलवायु वर्गीकरण के आधार एवं रूपरेखा का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
(c) पर्यावरणीय शिक्षा के लक्ष्यों और सिद्धांतों की विवेचना कीजिए। भारत में औपचारिक एवं अनौपचारिक पर्यावरणीय शिक्षा के आधारभूत सरोकारों का वर्णन कीजिए।

3. (a) भारतीय मानसून की उत्पति, प्रगति एवं वापसी की व्याख्या कीजिए और भारत की अर्थव्यवस्था पर उसके प्रभाव की विवेचना कीजिए।
(b) “हिमालय प्रदेश में भू-आकृतिकीय परिवर्तन पर्यावरणीय आपदाओं के लिए अधिकांशतः उत्तरदायी हैं।” प्रासंगिक उदाहरणों के साथ टिप्पणी कीजिए।
(c) “जनसंख्या संवृद्धि नियंत्रण पर्यावरणीय समस्याओं का दीर्घोपयोगी (सस्टेनेबल) समाधान है।” उपयुक्त तर्कों के साथ, अपने विचार व्यक्त कीजिए।

4. (a) संभाव्य समुद्री ऊर्जा संसाधनों का, उनके लाभों, संग्रहणीयता और पर्यावरणीय प्रभावों के उल्लेख के साथ, वर्णन कीजिए।
(b) पर्यावरणीय प्रबंधन के पारिस्थितिकी तंत्र उपागम को स्पष्ट कीजिए और इसकी श्रेष्ठताओं एवं कमियों पर प्रकाश डालिए।
(c) उष्णकटिबंधीय वर्षा-प्रचुर वनों के निम्नीकरण के कारणों की विवेचना कीजिए और उनके रोकथाम, संरक्षण और विकास के लिए उपचरात्मक उपाय सुझाइए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(a) “भूगोल मजबूत यूरोकेन्द्रीयता, जिसको केवल हाल हि में चुनौती डी गई है, वाला एक सविरोधित और बहु-रूपावलीय विषय है।” टिप्पणी कीजिए।
(b) “स्वच्छन्द उद्योगों” के संदर्भ में औद्योगिक स्थान-निर्धारण के एक कारक के रूप में, परिवहन लागतों के महत्व की मात्रा (डिग्री) की विवेचना कीजिए।
(c) नगरों की संवृद्धि के संदर्भ में, “बृहतनगर (मेगालोपोलिस)” और “बहिर्गमन (एक्सऑपोलिस)” की संकल्पनाओं की यह बताते हुए व्याख्या कीजिए कि क्या ये दोनों अतिव्यापन कर सकते हैं और करते भी हैं।
(d) आर्थिक संवृद्धि और प्रादेशिक विकास की पेरू की अभिधारणा में “अग्रगामी एवं पश्चगामी (फॉरवर्ड एण्ड बैकवर्ड) अनुसंधानों” पर टिप्पणी लिखिए।
(e) रोस्टोव द्वारा अपनी’संवृद्धि की बहुस्तरीय थियोरी’ में वर्णित “व्यापक उपभोग के युग” की संक्षेप रूप रेखा प्रस्तुत कीजिए।

6. (a) “प्रदेशों और ‘प्रादेशिक भूगोल’ के अध्ययन हेतु क्षेत्रीय विभेदन ने सैद्धांतिक प्रामाणिकता उपलब्ध की है।” टिप्पणी कीजिए।
(b) एशिया और यूरोप से उदाहरण देते हुए, उन परिस्थितियों पर टिप्पणी कीजिए, जिनके अंतर्गत जनमवृद्धिकारक जनसंख्या नीतियाँ पेश की गई हैं। इन नीतियों के महिलाओं की कार्यबल सहभागिता पर क्या प्रभाव हो सकते हैं?
(c) सामाजिक कल्याण भूगोलों में ‘कल्याण’ को मुख्य केन्द्रबिन्दु के रूप में रेखांकित करने में डी. एम. स्मिथ के योगदानों पर टिप्पणी कीजिए।

7. (a) “भुखमरी एक ऐसी सामाजिक परिघटना है, जिसकी जड़ें ऐसी संस्थागत एवं राजनीतिक आर्थिक व्यवस्थाओं में होती हैं, जो विभिन्न वर्गों एवं सामाजिक स्तरों (स्ट्रेटा ) तक आहार की पहुँच को निर्धारित करती है।” टिप्पणी कीजिए।
(b) 1970 के दशक में उभरे मानवतावादी भूगोल में, यी-फु तुआन और रेल्फ के द्वारा प्रतिपादित “स्थान की चेतना (सेन्स ऑफ प्लेस) ” से सम्बन्धित विचारों की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(c) 1970 के दशक से मार्क्सवादी भूगोलवेत्ताओ द्वारा निवेदित प्रमुख विषयों को रेखांकित करते हुए, भौगोलिक अनुसंधान पर मार्क्सवादी दर्शन के प्रभाव को सविस्तार स्पष्ट कीजिए।

8. (a) “कल्याणपरक भूगोल स्थानिक असमता और प्रादेशिक न्याय पर बल देता है।” मुख्य धारणाओं एवं उपविषय की परिधि के उल्लेख के साथ टिप्पणी कीजिए।
(b) उस प्रक्रिया की समालोचनात्मक विवेचना कीजिए, जिसमें मात्रात्मक क्रांति ने भूगोल में मॉडलों और मॉडलिंग (प्रतिरूपण) के लिए सुव्यवस्थित आधार प्रदान किया था।
(c) “समृद्धि की सीमाएं” (1972) में मुख्य स्थापना की संक्षिप्त विवेचना कीजिए और उसकी समीक्षा भी प्रस्तुत कीजिए।


UPSC Geography Optional Question Paper 2018: प्रश्न पत्र II

खण्ड- A

1. (a) आपको दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित सभी की स्थिति को अंकित कीजिए। अपनी क्यू. सी. ए. पुस्तिका में इन स्थानों में से प्रत्येक का भौतिक/ वाणिज्यिक/ आर्थिक/ पारिस्थितिक/ पर्यावरणीय/ सांस्कृतिक महत्व अधिकतम 30 शब्दों में लिखिए :

(i) श्योक नदी
(ii) मौलिन्नोंग
(iii) श्रावस्ती
(iv) कोरी संकरी खाड़ी
(v) अमरकंटक
(vi) घाटशिला
(vii) तवांग
(viii) नेय्यार
(ix) दांडेली
(x) मुल्शी झील

(b) पूरे भारत में वर्ष 2018 की मॉनसून-पूर्व अवधि में आँधी-अंधड़ो एवं तड़ित-झंझाओं की असामान्य उग्रता की व्याख्या कीजिए।
(c) भारत में जल प्रबंधन बोर्डों की स्थापना करना किस कारण एक विवादित विषय है?
(d) हाल ही में हुए विकासो के मुद्दे नजर, भारत में ऊर्जा संकट कया निवारण गैर-परंपरागत ऊर्जा संसाधनों के उपयोग से किस प्रकार किया जा सकता है?

2. (a) प्रयद्वीपीय भारत के उत्तर-पश्चिमी लावा पठार तथा छोटानागपुर पठार के भौगोलिक प्रारूपों में विभेदन कीजिए।
(b) भारत में द्रुत नगरीकरण के संदर्भ में, समकालीन कृषि परिदृश्य की व्याख्या कीजिए।
(c) भारत में संधारणीय आर्थिक विकास गेतउ विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एस. ई. जेड्स.) की उपयुक्तता का आकलन कीजिए।

3. (a) भारत में चल रहे कृषि विविधीकरण के प्रक्रम का और खाद्य सुरक्षा में उसके निहितार्थों का परीक्षण कीजिए।
(b) भारत के दुराग्रही ऋणात्मक व्यापार संतुलन का कारण बताइए।
(c) भारत की विलुप्त होती हुई नृजातीय भाषाई बहुलता का समालोचनात्मक आकलन कीजिए।

4. (a) भारत के दस लाख से अधिक के नगरों की परिवर्तित होती हुई नगरीय आकारिकी के प्रेरक बलों का परीक्षण कीजिए।
(b) हिन्द महसागरिय परिमण्डल के उभरते हुए भू -राजनैतिक परिदृश्य की विवेचना कीजिए।
(c) भारत में संधारणीय (सस्टेनेबल) पर्यटन संबंधी प्रदेश विशिष्ट बाध्यताओं का एक समालोचनात्मक विवरण दीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में लिखिए।
(a) भारत से अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों के पीछे छूटे परिवारों से संबंधित सामाजिक-आर्थिक समस्याओं की विवेचना कीजिए।
(b) भारत में परिवर्तनशील नदी मार्गों को और तटवर्ती जनसंख्या पर उनके प्रभावों को उपयुक्त उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।
(c) भारत में नदी जल की गुणता को प्रभावित करने वाले कारकों का रक समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।
(d) भारत मे सफल विकेंद्रित आयोजना में लोगों की सहभागिता की भूमिका की जांच कीजिए।
(e) भारत में हाल ही में उपस्थित निपाह वाइरसी इंसफँलाइटिस के सामाजिक-स्थानिक परिणामों का वर्णन कीजिए।

6. (a) भारत में जल एवं वनस्पति के संरक्षण का संवर्धन करने में शुरू किए गए प्रयत्नों को उपयुक्त उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।
(b) भारत में द्वीपीय प्रदेशों के एकीकरण विकास की रणनीतियों की विवेचना कीजिए।
(c) भारत में सीमावर्ती कसेठ के विकास पर सीमा पार आतंकवाद का प्रभाव पड़ता है। उपयुक्त उदाहरणों सहित इसका परीक्षण कीजिए।

7. (a) भारत में आर पार पाइपलाइन के जाल तंत्र को और प्रादेशिक विकास पर उसके प्रभाव की स्पष्ट कीजिए।
(b) भारत के प्रमुख समुद्री पत्तनों में से होने वाले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के परिवर्तनशील संघटन की विवेचना कीजिए।
(c) परि-नगरीकरण ने बृहत पर्यावरणीय समस्याओं को उत्पन्न कर दिया है। भारत के राष्ट्रीय राजधानी प्रदेश (एन. सी. आर.) के संदर्भ में, उनके कारणों एवं परिणामों की विवेचना कीजिए।

8. (a) भारत में ग्रामीण बस्तियों की परिवर्तनशील प्रादेशिक आकारिकी का वर्णन कीजिए।
(b) भारत में आर्थिक संवृद्धि को प्रोत्साहन देने में स्टार्टअप महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उदाहरण के साथ स्पष्ट कीजिए।
(c) क्या अपने पड़ोसी देशों के साथ भारत की भू-सीमा एक सांस्कृतिक विभाजक है अथवा विभाजित संस्कृति है? उपयुक्त उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए।


Similar Posts

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments