UPSC History Optional Question Paper 2013: प्रश्न पत्र I

खण्ड- A

1. आपको दिए गए मानचित्र पर अंकित निम्नलिखित स्थानों की पहचान कीजिए एवं अपनी प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में उनमें से प्रत्येक पर लगभग 30 शब्दों की संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। मानचित्र पे अंकित प्रत्येक स्थान के लिए स्थान-निर्धारण संकेत क्रमानुसार नीचे दिए गए हैं :
(i) एक पूर्व-पाषाण तथा मध्य-पाषाण स्थल
(ii) एक मध्य-पाषाण स्थल
(iii)एक रुकने का महत्वपूर्ण स्थान
(iv)एक पूर्व-हड़प्पन स्थल
(v) महत्वपूर्ण हड़प्पन स्थल
(vi)महत्वपूर्व जीवावशेष स्थल
(vii)एक पत्तन
(viii)एक पूर्व-पाषाण स्थल
(ix)एक नव पाषाण, महापाषाण तथा ताम्रपाषाण स्थल
(x) एक हड़प्पन स्थल
(xi) एक पूर्व – पाषाण स्थल
(xii) एक नवपाषाण स्थल
(xiii) एक ताम्रपाषाण स्थल
(xiv)एक ताम्रपाषाण स्थल
(xv) एक बौद्ध मठ का स्थान
(xvi) चित्रित धूसर-भांड स्थल
(xvii) प्रसिद्ध भारतीय दार्शनिक से संबंधित स्थल
(xviii) ऐतिहासिक गुहायें
(xix) एक प्रसिद्ध दुर्ग
(xx)प्रसिद्ध राजवंश की राजधानी

2. (a) वैदिक स्रोतों से मानव आवासों के विषय में जो सूचना प्राप्त होती है उसके विषय में विभिन्न मतों की समीक्षा कीजिए।
(b) हड़प्पन (सिंधु-सरस्वती) नगरों में जल प्रबंधन तथा उसकी संरक्षण योजना की विवेचना कीजिए।
(c) लिखित लिपि के अभव में ताम्रपाषाणीय मृदभांड हमको समकालीन संस्कृति एवं जीवन शैलियों का अद्भुत ज्ञान देते हैं। आलोचनात्मक समीक्षा कीजिए।

3. (a) समकालीन स्रोतों के आधार पर प्राचीन भारत में बैंक व्यवस्था तथा सूद प्रथा (कुसीद प्रथा) की समीक्षा कीजिए।
(b) धर्मशास्त्र तथा अर्थशास्त्र परंपरा में स्त्रियों के लिए सामाजिक नियम वर्णाश्रम प्रथा के आधार पर बने थे। आलोचनात्मक समीक्षा कीजिए।
(c) “वर्ण अवधारणा सदैव ही अधिकांश रूप से सैद्धांतिक प्रतिमान रहा है तथा कभी भी समाज का वास्तविक वर्णन नहीं।” प्राचीन भारत के संदर्भ में टिप्पणी कीजिए।

4. (a) प्राचीन भारत में जन-साधारण के मध्य लौकिक ज्ञान के प्रसार में पुराणों के योगदान की समीक्षा कीजिए।
(b) प्राचीन भारत में साहित्यिक तथा अभिलेखिक स्रोतों के आधार पर भूमि स्वामित्व की समीक्षा कीजिए।
(c) व्याख्या कीजिए कि कैसे प्रारम्भिक स्तूप कला ने लॉक अभिप्राय तथा कथाएं तथा सामान्य सांस्कृतिक प्रतीकों को प्रयोग करते हुए इन विषयों को बौद्ध आदर्शों में परिवर्तित करने में सफलता प्राप्त की।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित पर लगभग 150 शब्दों में (प्रत्येक) संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए:-
(a) मध्यकालीन इतिहास में मलफूजात ग्रंथों की स्रोतों के रूप में समीक्षा कीजिए।
(b) बहमनी राज्य में समाज तथा अर्थव्यवस्था की ऐतिहासिक स्रोतों के आधार पर समीक्षा कीजिए।
(c) मुगल-काल में यूरोप के साथ भारतीय व्यापार का चित्रण कीजिए।
(d) विभिन्न बाधाओं के बावजूद स्वतंत्र शासक के रूप में अपनी परिस्थिति सुदृढ़ करने के लिए रजिया सुल्तान ने जो कदम उठाए उनका विश्लेषण कीजिए।
(e) लाल देव की भक्ति तथा रहस्यवाद कश्मीर में सामाजिक शक्ति के रूप में उभरी। टिप्पणी कीजिए।

6. (a) 1200-1500 ईस्वी के मध्य भारत में उद्योगों की परिस्थिति की समीक्षा कीजिए।
(b) समकालीन स्रोतों के आधार पर विजयनगर राज्य की कृषि तथा सिंचाई व्यवस्था की समीक्षा कीजिए।
(c) सल्तनत काल में शिक्षा के विकास की आलोचनात्मक समीक्षा कीजिए।

7. (a) यूरोपियों के वृत्तान्तों के आधार पर 17 वीं शताब्दी ईस्वी में भारत के कृषि संकट पर प्रकाश डालिए।
(b) ऐतिहासिक स्रोतों के आधार पर 1200-1500 ईस्वी के मध्य श्रमिकों की परिस्थिति पर आलोचनात्मक समीक्षा कीजिए।
(c) भक्ति के इतिहास लेखन में विभिन्न प्रवृत्तियों की विवेचना तथा समीक्षा कीजिए।

8. (a) विश्लेषण कीजिए कि कैसे 10 वीं – 15 वीं शताब्दियों के मध्य मेवाड़ के राज्य निर्माण की राजनैतिक प्रक्रिया 16 वीं शताब्दी में अकबर की साम्राज्यवादी नीति द्वारा चुनौतीग्रस्त हो गई थी।
(b) एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में लेखपद्धति की समीक्षा कीजिए कि वह गुजरात के विशेष संदर्भ में कैसे तेरहवीं शताब्दी ईस्वी के समाज तथा अर्थव्यवस्था पर प्रकाश डालती है।
(c) मुगल-काल में विज्ञान तथा तकनीकी के विकास की समीक्षा कीजिए।


UPSC History Optional Question Paper 2013: प्रश्न पत्र II

खण्ड- A

1. निम्नलिखित प्रत्येक कथन की समालोचनात्मक जाँच लगभग 150 शब्दों में कीजिए :
(a) “भारत की चाबी को मद्रास में खोजने की ड्यूप्लेक्स ने एक मौलिक भारी भूल की : क्लाइव ने प्रयास किया और उसे बंगाल में पाया।”
(b) स्वामी विवेकानन्द का मत था, “हमें अपनी पुरातन आध्यात्मिकता व संस्कृति के बदले पश्चिमी विज्ञान, तकनीकी, जीवन-स्तर को उठाने की विधाओं, व्यापार अखंडता और सामूहिक प्रयास का तकनीकी ज्ञान प्राप्त करना चाहिए।”
(c) “रैयतवाड़ी तीन चरणों में होता है-प्रारम्भिक, मध्य तथा देरी से, पर तीनों का एकमात्र साझा वर्णन यही है कि यह छोटे किसानों से निपटान की विधा है, जो वास्तव में इतने छोटे हैं कि नवीनतम आंकड़ों से प्रदर्शित, उनकी औसत जाट लगभग 61/2 एकड़ है।”
(d) “हम में से बहुत से जिन्होंने काँग्रेस के कार्यक्रमों में काम किया था, वर्ष 1921 में एक प्रकार के नशे में जीते रहे। हम में उत्साह और आशावाद भरा था…। हमें स्वाधीनता का आभास होने लगा किस पर हमें गर्व था।”
(e) “गाँधीजी शारीरिक रूप से जेल में हैं पर उनकी आत्मा आपके साथ है, भारत का मान आपके हाथों में है, आपको किसी भी परिस्थिति में हिंसा का प्रयोग नहीं करना है। आपको पीटा जाए तो भी आप विरोध ण करें; अपने ऊपर पड़ने वाले वर को रोकने के लिए हाथ नहीं उठाना है।”

2.(a) आर ० सी ० दत्ता का कहना है, “बुनाई लोगों का राष्ट्रीय उद्योग था और लाखों महिलायें कताई करती थी।” भारतीय कपड़ा इनलैंड व यूरोप के अन्य भागों, चीन, जापान, बर्मा, अरब व पर्शिया तथा अफ्रीका के कुछ भागों में जाता था। स्पष्ट कीजिए।
(b) “संज्ञान हेतु सर्वप्रथम बिन्दु यह है कि आधुनिक भारत के पुनर्जागरण के महत्वपूर्ण अंगों में धर्म व दर्शन की महत्ता बराबर बनी रही है। वास्तव में इसे पुनर्जागरण मानने के साथ सुधार मानना भी उचित है।” समालोचनात्मक जांच कीजिए।

3. (a) “बीसवीं शताब्दी के प्रारम्भ में भारत के वायसराय लॉर्ड कर्जन के मन में भारतीय नेशनल काँग्रेस के पति शत्रुता भरी थी और उन्होंने नवम्बर, 1900 में राज्य सचिव को गुप्त पत्र में लिखा था : मेरा विश्वास है कि काँग्रेस टूट कर गिर रही है और मेरी आकांक्षा है कि भारत में रहते हुए उसकी शांतिपूर्वक मृत्यु में सहायता दूँ।” परीक्षण कीजिए।
(b) “यद्यपि 1919 का अधिनियम 1935 के अधिनियम द्वारा विस्थापित हो गया, पहले की प्रस्तावना नहीं बदली गई-चेशायरी बिल्ली के लुप्त होने के बाद भी उसकी मुस्कराहट बनी रही, और दूसरे में औपनिवेशिक पद का कोई जिक्र नहीं था।” स्पष्ट कीजिए।

4. (a) “आधुनिकता की खोज और उस विरोध के होते हुए भी जिसने नेहरू के ग्रामीण भारत के सामाजिक ढांचे में व्याप्त असमानताओं के प्रति इस रवैये का रूप दिया, काँग्रेस ने जाति-आधारित भेदभाव के विरुद्ध कोई ठोस अभियान नहीं चलाया। नेहरू की अपनी धारणा थी कि औद्योगिक उन्नति अवश्य ही इस सामंती अवशेष के वर्चस्व को नष्ट कर देगी। पर भारत में ऐसा नहीं हुआ।” परीक्षण कीजिए।
(b) “पुनर्गठन के फलस्वरूप भारत के राजनैतिक मानचित्र में, उसकी एकता को कमजोर किए बिना, तर्कसंगतता आइ। कम-से-कम असहमति के मुख्य स्रोत समाप्त कर, कार्यात्मक सजातीय राजनैतिक इकाइयाँ बनी जिन पर उस माध्यम से प्रशासन हो जिसे बहुमत समझता है। वास्तव में दुरदर्श के लाभ से यह कह सकते हैं कि भाषा, खंडन की शक्ति ं होकर मिलाने व पक्का करने में प्रभावी सिद्ध हुई।” परीक्षण कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित प्रत्येक कथन की समालोचनात्मक जाँच लगभग 150 शब्दों में कीजिए :
(a) “कान्ट के अनुसार, प्रबोध मानव जाति का अंतिम रूप से उच्चतम सोपान तक जा पहुंचना है, मानवीय चेतना द्वारा अज्ञान एवं त्रुटि की अपरिपक्व अवस्था से मुक्ति पा जाना है।”
(b) “छः सौ हजार आदमी मर चुके थे। संघ बना रहा, गुलाम स्वतंत्र रहे। राष्ट्र, जिसकि कल्पना ही स्वाधीनता में हुई और जो सबकी समता की भावना को समर्पित था, अपनी सबसे कठिन अग्निपरीक्षा में सफल रहा।”
(c) “उपनिवेशवाद किसी समाज को ण् केवल उसकी स्वतंत्रता एवं संपदा से ही वंचित कर देता है, बल्कि उसको अपने विशिष्ट चरित्र से भी वंचित कर देता है, जिसके फलस्वरूप वहाँ की जनता बौद्धिक एवं नैतिक रूप से दिशाभ्रमित होकर रह जाती है।”
(d) “यदि रूस में 1917 की बॉलशेविक क्रांति ने (जिसके फलस्वरूप सोवियत समाजवादी गणतंत्र संघ या सोवियत संघ का सृजन हुआ था) समस्त विश्व में लोगों के दिलों और दिमागों के लिए एक अन्तराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का शुभारंभ किया था, चीनी क्रांति उसी संघर्ष के दावों को और भी ऊंचा कर दिया है।”
(e) “वि-उपनिवेशिकारण समाप्त हो चुका है। निश्चित रूप से यह भूतकाल की बात है। परंतु फिर भी इसने किसी न किसी प्रकार से इतिहास बनने से इन्कार कर दिया है।”

6. (a) “चार्टर को सावधानी से बनाने पर भी संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति के रखवाले और अन्तराष्ट्रीय मध्यस्थ की भूमिका लगभग मंद और निष्प्रभावी रही है और शीत युद्ध की समाप्ति पर भी स्थिति वही है।” स्पष्ट कीजिए।
(b) “ब्रिटेन में उन्नीसवीं शताब्दी के प्रथम अर्ध में लोकतान्त्रिक प्रक्रिया से बदलाव अपेक्षाकृत शांतिप्रिय रहा और बैलट बॉक्स द्वारा लोकतंत्र प्रणाली को सफलतापूर्वक कार्यात्मक रूप दिया गया।” विस्तृत आख्या दीजिए।

7. (a) “नया साम्राज्यवाद आर्थिक न होकर राष्ट्रवादी घटना थी।” समालोचनात्मक जांच कीजिए।
(b) “वर्ष 11980 तक सोवियत संघ की कम्युनिस्ट प्रणाली, देश की ‘सुपरपावर’ की भूमिका के निर्वहन में असक्षम हो गई।” स्पष्ट कीजिए।

8. (a) “यूरोपीय संघ, यूरोप का नया रोगी है।” समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।
(b) “राजनैतिक शक्ति पर श्वेत एकछत्र शासन का अंत होना चाहिए और हमारे राजनैतिक व आर्थिक प्रणालियों का मूलतः पुनर्गठन हो जिससे रंगभेद की असमानताओं की समाप्ति सुनिश्चित हो और हमारा समाज पुर्नरूप से लोकतान्त्रिक बन सके।” आलोचना कीजिए।


Similar Posts

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments