UPSC Sociology Optional Question Paper 2020: प्रश्न पत्र I

खण्ड- A

1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:

(a) समाजशास्त्र के उद्गम में बौद्धिक शक्तियों ने किस तरह योगदान दिया? विवेचना कीजिए।
(b) क्या समाजशास्त्र एक मूल्य-निरपेक्ष विज्ञान है? विवेचना कीजिए।
(c) प्रणाली विज्ञान नियमों, सिद्धांतों एवं प्रक्रियाओं की एक ऐसी व्यवस्था है, जो वैज्ञानिक शोध को रूप देती है। टिप्पणी कीजिए।
(d) मैक्स वेबर के ‘आदर्श प्ररूप’ मानसिक संरचनाएं हैं, जो वास्तविकता के अनुरूप नहीं हैं । अपने विचार दीजिए।
(e) सामाजिक परिवर्तन के अध्ययन में ‘प्रतिमान परिवर्तियों’ की प्रासंगिकता का विश्लेषण कीजिए।

2. (a) सामाजिक मानवशास्त्रियों के प्रकार्यवाद के बारे में आर. के. मर्टन की प्रतिक्रियाएं क्या हैं? निहित प्रकार्यों की सीमाओं के बारे में टिप्पणी कीजिए।
(b) समाज के रूपांतरण (ट्रांसफॉर्मेशन) में प्रानुक्रम एवं बहिष्करण किस तरह प्रमुख बाधक हैं? विवेचना कीजिए।
(c) प्रजातन्त्र को समाज की एक व्यवस्था के रूप में स्पष्ट कीजिए। राजनीति में लोगों की भागीदारी को रोकने वाले कारक क्या हैं?

3. (a) पूंजीवाद ने समाज में काम की अनौपचारिकता को बढ़ावा दिया है। अपने उत्तर द्वारा प्रमाणित कीजिए।
(b) दुर्खीम के अनुसार धार्मिक जीवन के प्रारम्भिक रूपों (एलिमैंट्री फॉर्म्स ऑफ रिलीजियस लाइफ) और धर्म की भूमिका का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। समकालीन समाज में धार्मिक पुनर्जागरणवाद के परिणामों की भी चर्चा कीजिए।
(c) आधुनिक भारतीय समाज में नातेदारी प्रणाली पर क्षेत्रीय विवाह के परिणामों की चर्चा कीजिए।

4. (a) क्या मानवता प्रकृति, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की दयालुता पर निर्भर है? महामारी के संदर्भ में टिप्पणी कीजिए।
(b) दुर्खीम के अनुसार “शिक्षा का महत्वपूर्ण कार्य समाज के मानकों एवं मूल्यों का प्रसार करना है।” विवेचना कीजिए।
(c) सामाजिक गतिशीलता का बंद एवं खुली व्यवस्थाओं के संदर्भ में आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:

(a) क्या भारत में समाजशास्त्र के कार्यक्षेत्र में भूमंडलीकरण के संदर्भ में बदलाव आ रहा है? टिप्पणी कीजिए।
(b) सामाजिक शोध में परिकल्पना के महत्व एवं स्रोतों की चर्चा कीजिए।
(c) दुर्खीम के विचारों के अनुसार सामाजिक तथ्यों के अवलोकन में आने वाली समस्याएं क्या हैं?
(d) पूर्व-आधुनिक समाजों में विभिन्न धार्मिक आस्थाओं एवं व्यवहारों के कारणों का उल्लेख कीजिए।
(e) क्या भारतीय समाज में विवाह की संस्था अभि भी पवित्र मानी जाती है? टिप्पणी कीजिए।

6. (a) नई श्रम संहिताओं की विवेचना कीजिए और इनके भारत में औपचारिक एवं अनौपचारिक श्रमिकों पर पड़ने वाले प्रभावों का वर्णन कीजिए।
(b) मिल्स के अनुसार, “विशिष्ट वर्ग संस्थागत दृष्टि से शासन करता है न कि मनोवैज्ञानिक दृष्टि से।” टिप्पणी कीजिए।
(c) सामाजिक शोध में सामाजिक सर्वेक्षण पद्धति की योग्यताओं एवं कमजोरियों का विश्लेषण कीजिए।

7. (a) प्रौद्योगिकी ने प्रगति एवं निर्भरता की प्रक्रिया को बढ़ावा दिया है। विवेचना कीजिए।
(b) समाजशास्त्र में घटनात्मक दृष्टिकोण, प्रत्यक्षवाद की बहुत सि पूर्वधारणाओं को अस्वीकार करते हैं। टिप्पणी कीजिए।
(c) मार्क्स के ‘अलगाववाद’ के सिद्धांत का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।

8. (a) सामाजिक परिवर्तन में मार्क्स सामाजिक संघर्ष को कैसे एक मौलिक तत्व के रूप में मानता है?
(b) समाज के विकास पर श्रम के लिंग-विभाजन के पड़ने वाले प्रभाव कौन-से हैं?
(c) परीक्षण कीजिए कि सामाजिक आंदोलनों का अंत कैसे होता है। उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।


UPSC Sociology Optional Question Paper 2020: प्रश्न पत्र II

खण्ड- A

1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का संक्षिप्त उत्तर लगभग 150 शब्दों में एक समजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य में लिखिए:

(a) भारतीय समाज के अध्ययन में ए ० आर ० देसाई के दृष्टिकोण का विस्तृत उल्लेख कीजिए।
(b) “औपनिवेशिक भारत में ‘सती’ प्रथा को समाप्त करना एक प्रमुख सामाजिक कुरीति (बुराई) का सर्वनाश करना था।” टिप्पणी कीजिए।
(c) आप इसका औचित्य कैसे स्थापित करेंगे कि ड्यूमों ने अपनी विचारधारा में जानबूझकर जो बल दिया है उससे भारतीय समाज का बौद्धिकतापूर्ण लेखा प्रत्युत्पन्न हुआ है?
(d) भारत में जनजातीय समुदायों से संबंधित पारिभाषिक समस्याओं की व्याख्या कीजिए।
(e) “धर्म-निरपेक्षता 20वीं शताब्दी के मानवातावादी आमूल परिवर्तनवाद का परिणाम था।” इस कथन पर टिप्पणी कीजिए।

2. (a) “भारतीय जाति व्यवस्था अद्वितीय है और भारत में समाजशास्त्र की वृद्धि के लिए दूषित रही है।” आप इस विचार से किस सीमा तक सहमत हैं?
(b) व्हाइटहेड के दावे का विवेचन कीजिए कि जाति में वर्ग एवं औपनिवेशिक परस्पर-विरोध को विस्थापित करने की संभाव्यता है।
(c) “भारतीय ग्रामीण समाज एक दलगत समाज है।” विवेचना कीजिए।

3. (a) भारत सरकार अधिनियम, 1935 के अंतर्गत जनजातियों के पृथक्करण की औपनिवेशिक नीति का परीक्षण कीजिए।
(b) कोरोना महामारी के संदर्भ में भारत में ‘प्रवासी श्रमिकों’ की गतिशीलता की विवेचना कीजिए।
(c) आन्द्रे बेते ने ‘भारत में मध्यम वर्ग’ का औचित्य किस प्रकार स्थापित किया है?

4. (a) भारत में वंशावली एवं वंशज के संबंध में संकल्पनात्मक मुद्दों का विवेचन कीजिए। उचित उदाहरण देकर समझाइए।
(b) भारत में परिवार के घरेलू आयामों का विश्लेषण कीजिए।
(c) भारत जैसे बहुधर्मी समयः में ‘सांस्कृतिक बहुलवाद’ पर एक टिप्पणी लिखिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का संक्षिप्त उत्तर लगभग 150 शब्दों में एक समजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य में लिखिए:

(a) भारत में कृषिक रूपांतरण के लिए ‘हरित रसायन’ के लाभों को निर्दिष्ट कीजिए।
(b) समकालीन भारत में नागरिकता से अम्बन्धित मुद्दों का विश्लेषण कीजिए। उपयुक्त उदाहरण देकर समझाइए।
(c) भारत में चिरकालिक कुपोषण के परिणामों एवं इसको दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए।
(d) नई शिक्षा नीति, 2020 भारत की शिक्षा व्यवस्था में असमानताओं को दूर करने हेतु किस प्रकार से लक्षित है?
(e) लोकतंत्रीय संघवाद से आप क्या समझते हैं? भारत में सत्ता के विकेन्द्रीकरण को यह किस प्रकार से बढ़ावा देता है?

6. (a) भारत जैसे मिश्रित अर्थव्यवस्था में विकास योजना बनाने संबंधी मुख्य मुद्दों की विस्तार से विवेचना कीजिए।
(b) आपके विचार से क्या कृषि उत्पाद के लिए एम ० एस ० पी ० (न्यूनतम समर्थन मूल्य) योजना ग्रामीण विकास में सहायता कर सकती है? ईचित उदाहरण देकर विस्तार से प्रतिक्रिया दीजिए।
(c) कौशल विकास योजना किस प्रकार से सामाजिक परिवर्तन को प्रेरित कर सकती है? उदाहरण देकर समझाइए।

7. (a) भारत में नागरि बस्तियों की संवृद्धि के कारणों, परिणामों और अन्य चिंताओं का विस्तार से वर्णन कीजिए।
(b) भारत में जलवायु पर मानवजनित प्रभाव की प्रकृति एवं पेसर का मूल्यांकन कीजिए और साथ ही इससे होने वाले पर्यावरणीय आंदोलनों का विश्लेषण कीजिए।
(c) क्या भारत में समकालीन किसान आंदोलनों की कार्यप्रणाली में परिवर्तन आ रहा है? विवेचना कीजिए।

8. (a) औपनिवेशिक प्रशासकों ने परंपरावाद के निर्माण में सहायता की जिसने भारतीय समाज को ‘पिछड़ा’ इंगित किया। इस पर आलोचनात्मक टिप्पणी कीजिए।
(b) भारत की जनसंख्या नीति (2000) की मुख्य विशेषताएं क्या थी? इसके उद्देश्य किस सीमा तक प्राप्त हुए हैं?
(c) भारत में ‘बालश्रम’ के मुख्य कारणों को इंगित कीजिए। इसको दूर करने में राज्य नीतियाँ कहाँ तक सफल हुई हैं?


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