UPSC Geography Optional Question Paper 2015: प्रश्न पत्र I

खण्ड- A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रश्नों का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :

(a) कटिबंधीय दृष्टिकोण से भू-आकृतिक प्रक्रमों का वर्गीकरण लिखिए।
(b) विवेचना कीजिए कि वाताग्रजनन (फ्रंटोजेनेसिस ) किस प्रकार मौसम अस्थिरता में योगदान करता है।
(c) विभिन्न प्रकार के पेलैजिक (अंबुधी ) निक्षेपों की विशिष्टताओं का वर्णन कीजिए।
(d) पारिस्थितिक अनुक्रमण के अभिलक्षणो की व्याख्या कीजिए।
(e ) जीवन की गुणता पर पर्यावरणीय शिक्षा के प्रभाव पर टिप्पणी कीजिए।

2.(a) भू-आकृति विज्ञान में, भूपृष्ठीय अनाच्छादन (सब-एरियल डिन्यूडेशन) के अमेरिकी संप्रदाय के योगदानों की विवेचना कीजिए।
(b) संभाव्य वाष्पन-वाष्पोत्सर्जन क्या है? स्पष्ट कीजिए कि किसी क्षेत्र के जल संतुलन का आकलन करने में इसका किस प्रकार उपयोग किया जाता है।
(c) संम्पोषित विकास (सस्टेनेबल डेवेलेपमेंट ) के लिए जैव-विविधता के संरक्षण की विधियों की विवेचना कीजिए।

3.(a) कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के आधार की विवेचना कीजिए। ‘Cs’ प्रकार की जलवायु के प्रमुख अभिलक्षणो को स्पष्ट कीजिए।
(b) सोदाहरण व्याख्या कीजिए कि चैनल गतिकी जलोढ़ पंखों एवं शंकुओं के विकास के लिए किस प्रकार उत्तरदायी बनी रही है।
(c) कटिबंधीय वितरण के आधार पर मृदाओं का वर्गीकरण कीजिए एवं पेड़ोकल के अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए।

4. (a) मानव के पारिस्थितिक अनुकूलन की विभिन्न अवस्थाओं की व्याख्या कीजिए तथा मानव एवं पर्यावरण के बीच के परिवर्तनशील संतुलन पर प्रकाश डालिए।
(b) “वर्तमान-काल के स्थल रूपों (लैंडफॉर्म्स )में सरलता की अपेक्षा जटिलता अधिक है।” सविस्तार स्पष्ट कीजिए।
(c) वायुमंडल के उत्तर-दक्षिण परिसंचरण को और विश्व की जलवायु में उसके महत्व को स्पष्ट कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित में से प्रत्येक का लगभग 150 शब्दों में उत्तर दीजिए :
(a) “भूगोल का कल्याणकारी चेहरा इसको एक अन्तःशास्त्रीय विषय बना देता है।” विस्तार से स्पष्ट कीजिए।
(b) “ऊर्जा मिश्रण संपोषणीयता (सस्टेनेबिलिटी) की तरफ एक कदम कदम है।” विवेचना कीजिए।
(c) नगरों के प्रकार्यात्मक वर्गीकरण की नेल्सन की विधि की विवेचना कीजिए।
(d) “जनसंख्या पर मार्क्स का विचार अधिक मानवीय है।” टिप्पणी कीजिए।
(e) “विकास नियोजन में पर्यावरणीय लागत भी एक घटक है।” विवेचना कीजिए।

6. (a) “प्रादेशिक संश्लेषण भौगोलिक अध्ययनों का मर्म है।” विस्तार कीजिए।
(b) “प्रकृति-प्रेरित अकालों की अपेक्षा मानव-प्रेरित अकाल अधिक सामान्य होते जा रहे हैं।” टिप्पणी कीजिए।
(c) जनसंख्या प्रवसन पर थियोरियों का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

7.(a) समसामयिक संदर्भ में, कृषि अवस्थापना के वॉन थ्यूनेन के मॉडल की प्रासंगिकता की विवेचना कीजिए।
(b) “किसी क्षेत्र की विवधता का अध्ययन करने के लिए सांस्कृतिक प्रदेश सर्वाधिक उपयुक्त इकाइयाँ हीं।” टिप्पणी कीजिए।
(c) व्यवहारपरक भूगोल के अध्ययन के उपगमों की विवेचना कीजिए।

8.(a) “भौगोलिक अध्ययनों में एक प्रतिमान (पैराडाइम) के रूप में पर्यावरणवाद का पुनर्नवीकरण हुआ है।” टिप्पणी कीजिए।
(b) “भौगोलिक विशेषक (ट्रेट) प्रादेशिक असंतुलन को जन्म देते हैं।” परीक्षण कीजिए।
(c) “विकास नियोजन के लिए जन्म-मरण के आकड़े आवश्यक संघटक हैं।” सविस्तार समझाइए।


UPSC Geography Optional Question Paper 2015: प्रश्न पत्र II

खण्ड- A

1. निम्नलिखित सभी के उत्तर दीजिए। (b), (c), (d), (e) के लिए शब्द-सीमा कोष्ठक में इंगित है :

(a) आपको दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित सभी की स्थिति को अंकित कीजिए। अपनी क्यू. सी. ए. पुस्तिका में इन स्थानों में से प्रत्येक का भौतिक/ वाणिज्यिक/ आर्थिक/ पारिस्थितिक/ पर्यावरणीय/ सांस्कृतिक महत्व अधिकतम 30 शब्दों में लिखिए :

(i) तरंगमबाड़ी
(ii) नामचा बरवा
(iii) नारकोडम
(iv) खज़्जियर
(v) चुंचनकट
(b) क्या कारण है कि फार्मास्युटिकल उद्योग अधिकांशतः देश के पश्चिमी प्रदेश में केंद्रित है? (लगभग 150 शब्दों में)
(c) भारत में शीतकालीन वर्षा के प्रतिरूप की व्याख्या कीजिए। (लगभग 150 शब्दों में)
(d) जल विभाजक उपागम एवं ग्राम-स्तरीय नियोजन के मध्य संबंध की विवेचना कीजिए। (लगभग 150 शब्दों में)
(e) प्राकृतिक वनस्पति किस प्रकार स्वस्थाने मृदाओं के निर्माण को प्रभावित करती है? (लगभग 150 शब्दों में)

2. (a) भारत में भूजल संसाधनों के वितरण का कारण प्रस्तुत करते हुए विवरण कीजिए। हाल के दशकों में इनका कम होना कितना गंभीर रहा है?
(b) भारत में पारंपरिक दस्तकारी (क्राफ्ट) उद्योग क्यों हासोन्मुख हैं?
(c) भारत में कृषि का आधुनिकीकरण किस प्रकार प्रतिकूल संस्थागत कारकों से प्रभावित हो रहा है, उपयुक्त उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।

3. (a) ‘कृषि उत्पादकता’ एवं ‘कृषि दक्षता’ में अंतर स्पष्ट कीजिए, तथा कृषि दक्षता के प्रादेशिक वितरण में असमता पर प्रकाश डालिए।
(b) मानचित्र की सहायता से देश के प्रमुख वर्षाधीन कृषि-क्षेत्रों को इंगित कीजिए तथा मुख्यतः इन्ही क्षेत्रों में कृषकों द्वारा आत्महत्या के कारण बताइए।
(c) अर्थव्यवस्था और समाज के विकास में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी के योगदान का मूल्यांकन कीजिए , तथा हाल ही में प्रारम्भ किए गए ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम की प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिए।

4.(a) भारत में बाढ़ों की बढ़ती हुई बारंबारता (फ्रिक्वेंसी ) एवं तीव्रता का कारण बताइए, और चिरकालिक बाढ़-प्रवण क्षेत्रों की ओर इशारा करते हुए अल्प एवं अवधि के उपचरात्मक उपाय सुझाइए।
(b) जलवायु परिवर्तन भारत की मरुस्थलीकरण प्रक्रिया को किस प्रकार प्रभावित करता है?
(c) भारत में ‘श्वेत क्रांति’ की पुनरावृत्ति की गुंजाइश की विवेचना कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित सभी के उत्तर दीजिए। (b), (c), (d), (e) के लिए शब्द-सीमा कोष्ठक में इंगित है :
(a) आपको दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित सभी की स्थिति को अंकित कीजिए। अपनी क्यू. सी. ए. पुस्तिका में इन स्थानों में से प्रत्येक का भौतिक/ वाणिज्यिक/ आर्थिक/ पारिस्थितिक/ पर्यावरणीय/ सांस्कृतिक महत्व अधिकतम 30 शब्दों में लिखिए :

(i) नोक्रेक
(ii) गोरखनाथ चोटी
(iii) इंद्रकिलाद्री चोटी
(iv) पोलावरम
(v) अनाइमुडी
(b) “आयु-लिंग पिरामिड किसी प्रदेश के इतिहास को प्रदर्शित करता है।” स्पष्ट कीजिए। (लगभग 150 शब्दों में)
(c) “एकल-प्रकार्यात्मक शहर आर्थिक दृष्टि से असुरक्षित होते हैं।” विवेचना कीजिए। (लगभग 150 शब्दों में )
(d) स्पष्ट कीजिए कि भूमि उपयोग में परिवर्तन किस प्रकार देश में विभिन्न स्तरों पर पारिस्थितिक विकास को प्रोन्नत कर सकता है। (लगभग 150 शब्दों में )
(e) बढ़ती हुई दीर्घ-आयुता के सामाजिक एवं स्थानिक परिणामों की व्याख्या कीजिए। (लगभग 150 शब्दों में )

6.(a) हाल की अवधि में पंचायत व्यवस्था के सशक्तिकरण के माध्यम से विकेंद्रित नियोजन भारत के नियोजन का केंद्र-बिन्दु रहा है। समन्वित प्रादेशिक विकास की एक रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।
(b) जनसंख्या नियोजन में सरकार का बल ‘जनसंख्या के नियोजन’ पर रहा है, ‘जनसंख्या के लिए नियोजन’ पर नहीं। सविस्तार स्पष्ट कीजिए।
(c) क्या देश के पिछड़े क्षेत्रों के लिए नियोजन करते समय ग्रामों के समूह (क्लस्टर) हेतु नियोजन एक व्यवहार्य विकल्प हो सकता है? समुचित उदाहरणों के साथ विवेचना कीजिए।

7.(a) भारत के राष्ट्रीय नियोजन में प्रादेशिक विषमताओं में कमी लाना प्राथमिकता लक्ष्यों में से एक रहा है। प्रस्तावित नए स्मार्ट नगरीय केंद्र इस प्रक्रम में किस प्रकार योगदान कर सकते हैं?
(b) भारत की ‘पूरब देखो’ नीति ने पिछले दो दशकों में किस प्रकार मूर्त रूप लिया है तथा यह नीति भारत के विदेशी व्यापार को किस प्रकार प्रभावित कर सकती है?
(c) भारत के द्वीपीय राज्यक्षेत्र समुद्र स्तर के उत्थान से असुरक्षित हैं। स्पष्ट कीजिए।

8.(a) भारत में कार्यान्वित किए जा रहे बहु-स्तरीय नियोजन की संकल्पना की विवेचना कीजिए, तथा इस संबंध में 73 वें एवं 74 वें संविधान संशोधन के निहितार्थों की व्याख्या कीजिए।
(b) कृष्णा नदी से सम्बन्धित नदी जल-विवाद का तर्कसंगत विवरण दीजिए।
(c) भारत सरकार की पश्चिमी घाटों के संरक्षण की रणनीतियों की रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।


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