Ethics Questions UPSC in Hindi (नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि के प्रश्न पत्र)

2022

1. (a) बुद्धिमानी में निहित है कि किसका ध्यान रखा जाए और क्या अनदेखा किया जाए। नौकरशाही में अपने सामने के मुख्य मुद्दों को अनदेखा करते हुए परिधि में लीन रहने वाले अधिकारी दुर्लभ नहीं हैं। क्या आप इस बात से सहमत हैं कि प्रशासक की इस तरह की व्यस्तता प्रभावी सेवा वितरण और सुशासन की लक्ष्य प्राप्ति की प्रक्रिया में न्याय की विडंबना है? विश्लेषणात्मक मूल्यांकन कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

(b) बौद्धिक दक्षता और नैतिक गुणों के अलावा सहानुभूति और करुणा कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण वैशिष्ट्य हैं, जो सिविल सेवकों को निर्णायक मामलों को सुलझाने अथवा महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने में अधिक सक्षम बनाते हैं। उपयुक्त उदाहरणों के साथ व्याख्या कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

2. (a) सभी सिविल सेवकों को प्रदान किए गए नियम और विनियम समान हैं, फिर भी प्रदर्शन में अंतर है। सकारात्मक सोच वाले अधिकारी नियमों और विनियमों के मामले के पक्ष में व्याख्या करने और सफलता प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जबकि नकारात्मक सोच वाले अधिकारी मामले के खिलाफ समान नियमों और विनियमों की व्याख्या करके लक्ष्य प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं। सोदाहरण विवेचन कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

(b) यह माना जाता है कि मानवीय कार्यों में नैतिकता का पालन किसी संगठन/व्यवस्था के सुचारु कामकाज को सुनिश्चित करेगा। यदि हाँ, तो नैतिकता मानव जीवन में किसे बढ़ावा देना चाहती है? दिन-प्रतिदिन के कामकाज में उसके सामने आने वाले संघर्षों के समाधान में नैतिक मूल्य किस प्रकार सहायता करते हैं? (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

3. निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके विचार से क्या अभिप्राय है?

(a) “आपको क्या करने का अधिकार है और आपको क्या करना उचित है के बीच के अंतर को जानना नैतिकता है।” -पॉटर स्टीवर्ट (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)
(b) ‘अगर किसी देश को भ्रष्टाचारमुक्त होना है और खूबसूरत दिमागों का देश बनना है, तो मैं दृढ़ता से मानता हूँ कि तीन प्रमुख सामाजिक सदस्य हैं, जो बदलाव ला सकते हैं। वे हैं पिता, माता और शिक्षक।” – ए० पी० जे० अब्दुल कलाम (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)
(c) “आपकी सफलता का आकलन इस बात से हो कि इसे पाने के लिए आपको क्या छोड़ना पड़ा।” – दलाई लामा (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

4. (a) सुशासन’ से आप क्या समझते हैं? राज्य द्वारा ई-शासन के मामले में उठाई गई हालिया पहलों ने लाभार्थियों को कहाँ तक सहायता पहुँचाई है? उपयुक्त उदाहरणों के साथ विवेचन कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

(b) ऑनलाइन पद्धति का उपयोग दिन-प्रतिदिन प्रशासन की बैठकों, सांस्थानिक अनुमोदन और शिक्षा क्षेत्र में शिक्षण तथा अधिगम से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र में सक्षम अधिकारी के अनुमोदन से टेलीमेडिसिन तक लोकप्रिय हो रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि लाभार्थियों और व्यवस्था दोनों के लिए बड़े पैमाने पर इसके लाभ और हानियाँ हैं। विशेषतः समाज के कमजोर समुदाय के लिए ऑनलाइन पद्धति के उपयोग में शामिल नैतिक मामलों का वर्णन तथा विवेचन कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

5. (a) पिछले सात महीनों से रूस और युक्रेन के बीच युद्ध जारी है। विभिन्न देशों ने अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए स्वतंत्र स्टैंड लिया है और कार्यवाही की है। हम सभी जानते हैं कि मानव त्रासदी समेत समाज के विभिन्न पहलुओं पर युद्ध का अपना असर रहता है। वे कौन-से नैतिक मुद्दे हैं, जिन पर युद्ध शुरू करते समय और अब तक इसकी निरंतरता पर विचार करना महत्त्वपूर्ण है? इस मामले में दी गई स्थिति में शामिल नैतिक मुद्दों का औचित्यपूर्ण वर्णन कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

(b) निम्नलिखित में से प्रत्येक पर 30 शब्दों में संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए :

  1. सांविधानिक नैतिकता
  2. हितों का संघर्ष
  3. सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा
  4. डिजिटिकरण की चुनौतियाँ
  5. कर्तव्यनिष्ठा

6. (a) भ्रष्टाचार-सूचक (हिसल ब्लोअर) संबंधित अधिकारियों को भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों, गलत काम और दुराचार की रिपोर्ट करता है। वह निहित स्वार्थी, आरोपी व्यक्तियों तथा उनकी टीम द्वारा गंभीर खतरे, शारीरिक नुकसान और उत्पीड़न के चपेट में आने का जोखिम उठाता है। आप भ्रष्टाचार सूचक (हिसल ब्लोअर) की सुरक्षा के लिए मजबूत सुरक्षा व्यवस्था हेतु किन नीतिगत उपायों का सुझाव देंगे? (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)

(b) समकालीन दुनिया में धन और रोजगार उत्पन्न करने में कॉर्पोरेट क्षेत्र का योगदान बढ़ रहा है। ऐसा करने में वे • जलवायु, पर्यावरणीय संधारणीयता और मानव की जीवन-स्थितियों पर अप्रत्याशित हमले कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में, क्या आप पाते हैं कि कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सी० एस० आर०) कॉर्पोरेट जगत् में आवश्यक सामाजिक भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को पूरा करने में सक्षम और पर्याप्त है जिसके लिए सी० एस० आर० अनिवार्य है? विश्लेषणात्मक परीक्षण कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)


2021

  1. (a) उन पाँच नैतिक लक्षणों की पहचान कीजिए, जिनके आधार पर लोक सेवक के कार्य-निष्पादन का आकलन किया जा सकता है। मेट्रिक्स में उनके समावेश का औचित्य सिद्ध कीजिए। (150 शब्द)
    (b) उन दस आधारभूत मूल्यों की पहचान कीजिए, जो एक प्रभावी लोकसेवक होने के लिए आवश्यक है। लोक सेवकों में गैर-नैतिक व्यवहार के निवारण के तरीकों और साधनों का वर्णन कीजिए। (150 शब्द)
  2. (a) तर्कसंगत निर्णय लेने के लिए निवेश (इनपुट) के विश्वसनीय स्रोत के रूप में डिजिटल प्रौद्योगिकी का प्रभाव एक बहस का मुद्दा है। उपयुक्त उदाहरण के साथ आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिय। (150 शब्द)
    (b) नैतिक दुविधाओ का समाधान करते समय एक लोक अधिक का कर क्षेत्र के ज्ञान के अलावा नव-परिवर्तनशीलता और उच्च क्रम की रचनात्मकता की भी आवश्यकता होती है। उपयुक्त उदाहरण सहित विवेचन कीजिए। (150 शब्द)
  3. निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके विचार से क्या अभिप्राय है?
    (a) “प्रत्येक कार्य की सफलता से पहले उसे सैकड़ों कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। जो दृढ़निश्चयी है वे ही देर-सबेर पेकश को देख पाएंगे।” – स्वामी विवेकानंद (150 शब्द)
    (b) “हम बाहरी दुनिया में तब तक शांति प्राप्त नही कर सकते जब तक की हम अपने भीतर शांति प्राप्त नही कर लेते।” – दलाई लामा (150 शब्द)
    (c) “परस्पर निर्भरता के बिना जीवन का कोई अर्थ नही है। हमें एक-दूसरे की जरूरत है और जितनी हम जल्दी इसे सिख लें यह हम सबके लिए उतना ही अच्छा है।” – एरिक एरिकूसन (150 शब्द)
  4. (a) अभिवृत्ति एक महत्वपूर्ण घटक है, जो मानव के विकास में निवेश (इनपुट) का काम करता है। ऐसी उपयुक्त अभिवृत्ति का विकास कैसे करण, जो एक लोक सेवक के लिए आवश्यक है? (150 शब्द)
    (b) उस नैतिकता अथवा नैतिक आदर्श, जिसको आप अंगीकार करते है, से समझौता किए बिना क्या भावात्मक बुद्धि अंतरात्मा के संकट की स्थिति से उबरने में सहायता करती है? आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (150 शब्द)
  5. (a) “शरणार्थियों को उस देश में वापस नहीं लौटाया जाना चाहिए जहां उन्हे उत्पीड़न अथवा मानवाधिकारों के उल्लंघन का सामना करना पड़ेगा।” खुले समाज और लोकतान्त्रिक होने का दावा करने वाले किसी राष्ट्र के द्वारा नैतिक आयाम के उल्लंघन के संदर्भ में इस कथन का परीक्षण कीजिए। (150 शब्द)
    (b) क्या सफल लोक सेवक बनने के लिए निष्पक्ष और गैर-पक्षपाती होना अनिवार्य गुण माना जाना चाहिए? दृष्टांत सहित चर्चा कीजिए। (150 शब्द)
  6. (a) न्यायपालिका सहित सार्वजनिक सेवा के हर क्षेत्र में निष्पादन, जवाबदेही और नैतिक आचरण सुनिश्चित करने के लिए एक स्वतंत्र और सशक्त सामाजिक अंकेक्षण तंत्र परम आवश्यक है। सविस्तर समझाइए। (150 शब्द)
    (b) “सत्यनिष्ठा ऐसा मूल्य है, जो मनुष्य को सशक्त बनाता है।” उपयुक्त दृष्टांत सहित औचित्य सिद्ध कीजिए। (150 शब्द)

2020

  1. (a) व्यापक राष्ट्रीय शक्ति (सी. एन. पी.) के तीन मुख्य घटकों जैसे मानवीय पूंजी, मृदु शक्ति (संस्कृति और नीतियाँ) तथा सामाजिक सद्भाव की अभिवृद्धि में नीति-शास्त्र और मूल्यों की भूमिका का विवेचन कीजिए। (150 शब्द)
    (b) “शिक्षा एक निषेधाज्ञा नही है, यह व्यक्ति के समग्र विकास और सामाजिक बदलाव के लिए एक प्रभावी और व्यापक साधन है।” उपरोक्त कथन के आलोक में नई शिक्षा नीति, 2020 (एन.ई. पी. ,2020) का परीक्षण कीजिए। (150 शब्द)
  2. (a) ‘घृणा व्यक्ति की बुद्धिमत्ता और अंतःकरण के लिए संहारक है जो राष्ट्र के चित को विषाक्त कर सकती है।’ क्या आप इस विचार से सहमत हैं? अपने उत्तर की तर्कसंगत व्याख्या करें। (150 शब्द)
    (b) संवेगात्मक वृद्धि के मुख्य घटक क्या हैं? क्या उन्हे सीखा जा सकता है? विवेचना कीजिए। (150 शब्द)
  3. (a) बुद्ध की कौन सी शिक्षाएं आज सर्वाधिक प्रासंगिक हैं और क्यों? विवेचना कीजिए। (150 शब्द)
    (b) ‘शक्ति की इच्छा विद्यमान है,लेकिन विवेकशीलता और नैतिक कर्तव्य के सिद्धांतों से uसे साधित और निर्देशित किया जा सकता है।’ अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के संदर्भ में इस कथं का परीक्षण कीजिए। (150 शब्द)
  4. (a) विधि और नियम के बीच विभेदन कीजिए। इनके सूत्रीकरण में नीति-शास्त्र की भूमिका का विवेचन कीजिए (150 शब्द)
    (b) सकारात्मक अभिवृत्ति एक लोक सेवक की अनिवार्य विशेषता मानी जाती है जिसे प्रायः नितांत दबाव में कार्य करना पड़ता है। एक व्यक्ति की सकारात्मक अभिवृत्ति में क्या योगदान देता है? (150 शब्द)
  5. (a) भारत में लैंगिक असमानता के लिए कौन से मुख्य कारक उत्तदायी हैं? इस संदर्भ में सवित्रीबाई फूले के योगदान का विवेचन कीजिए । (150 शब्द)
    (b) ‘सामयिक इंटरनेट विस्तारण ने सांस्कृतिक मूल्यों के एक भिन्न समूह को मनासीन किया है, जो प्रायः परंपरागत मूल्यों से संघर्षशील रहते हैं। विवेचना कीजिये । (150 शब्द)
  6. निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके विचा से क्या अभिप्राय है?
    (a) “किसी की भर्त्सना नही कीजिए : अगर आप मदद का हाथ आगे बढ़ सकते हैं, तो ऐसा कीजिए। यदि नही तो आप हाथ जोड़िए, अपने बंधुओ को आशीर्वचन दीजिए और उन्हे अपने मार्ग पर जाने दीजिए।” – स्वामी विवेकानंद (150 शब्द)
    (b) “स्वयं को खोजने का सर्वोत्तम मार्ग यह है की अपने आप को अन्य की सेवा में खो दें।” – महात्मा गांधी (150 शब्द)
    (c) “नैतिकता की एक व्यवस्था जो की सापेक्ष भावनात्मक मूल्यों पर आधारित है केवल एक भ्रांति है, एक अत्यंत अशिष्ट अवधारण जिसमें कुछ नही युक्तिसंगत नही है और न ही सत्य।” – सुकरात (150 शब्द)

2019

  1. (a) सार्वजनिक जीवन के आधारित सिद्धांत क्या हैं? इन में से किन्हीं तीन सिद्धांतों को उपयुक्त उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए।
    (b) लोक सेवक शब्द से आप क्या समझते है? लोक सेवक की प्रत्याशित भूमिका पर विचार कीजिए।
  2. (a) सांविधानिक नैतिकता से आप क्या समझते हैं? सांविधानिक नैतिकता का अनुरक्षण कोई किस प्रकार करता है?
    (b) अन्तःकरण का संकट का क्या अभिप्राय है? सार्वजनिक अधिकारक्षेत्र में यह किस प्रकार अभिव्यक्त होता है?
  3. (a) नागरिकों के अधिकारपत्र (चार्टर) आंदोलन के मूलभूत सिद्धांतों को स्पष्ट कीजिए और उसके महत्व को उजागर कीजिए।
    (b) एक विचार यह है कि शासकीय गुप्त बात अधिनियम सूचना के अधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन में एक बाधा है। क्या आप इस विचार से सहमत हैं? विवेचना कीजिए।
  4. (a) शासन में सत्यनिष्ठा से आप क्या समझते हैं? इस शब्द की आपकी अपनी समझ के आधार पर, सरकार में सत्यनिष्ठा को सुनिश्चित करने के उपाय सुझाइए।
    (b) संवेगात्मक बुद्धि आपके अपने संवेदों से आपके विरूद्ध कार्य करने के बजाय आपके लिए कार्य करवाने का सामर्थ्य है। क्या आप इस विचार से सहमत हैं? विवेचना कीजिए।
  5. निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण के आपके लिए क्या मायने हैं?
    (a) एक अपरीक्षित जीवन जीने योग्य नहीं है। सुकरात
    (b) व्यक्ति और कुछ नहीं केवल अपने विचारों का उत्पाद होता है। वह जो सोचता है वही बन जाता है। एम.के.गांधी
    (c) जहाँ ह्रदय में शुचिता है, वहाँ चरित्र में सुन्दरता है। जब चरित्र में सौन्दर्य है, तब घर में समरसता है। जब घ्रर में समरसता है, तब राष्ट्र में सुव्यवस्था है। जब राष्ट्र में सुव्यवस्था है, तब विश्व में शांति है। ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
  6. (a) सार्वजनिक जीवन के आधारित सिद्धांत क्या हैं? इन में से किन्हीं तीन सिद्धांतों को उपयुक्त उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए।
    (b) लोक सेवक शब्द से आप क्या समझते है? लोक सेवक की प्रत्याशित भूमिका पर विचार कीजिए।

2018

  1. (a) सिविल सेवाओं के संदर्भ में सार्विक प्रकृति के, तीन आधारिक मूल्यों का कथं कीजिए और उनके महत्व को उजागर कीजिए। (150 शब्द)
    (b) उपयुक्त उदाहरणों सहित “सदाचार-संहिता” और “आचार-संहिता” के बीच विभेदन कीजिए। (150 शब्द)
  2. (a) लोकहित से क्या अभिप्राय है? सिविल कर्मचारियों द्वारा लोकहित में कौन-कौन से सिद्धांतों और कार्यविधियों का अनुसरण किया जाना चाहिए। (150 शब्द)
    (b) “सूचना का अधिकार अधिनियम केवल नागरिकों के सशक्तिकरण के बारे में ही नही है, अपितु यह आवश्यक रूप से जवाबदेही की संकल्पना को पुनःपरिभाषित करता है।” विवेचना कीजिए। (150 शब्द)
  3. (a) हित-विरोधित से क्या तात्पर्य है? वास्तविक और संभावित हित-विरोधिताओं के बीच के अंतर को उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)
    (b) “नियुक्ति के लिए व्यक्तियों की खोज करते समय आप तीन गुणों को खोजते है: सत्यनिष्ठा, बुद्धिमत्ता और ऊर्जा। यदि उन्मे पहला गुण नही है, तो अन्य दो गुण आपको समाप्त कर देंगे।” -वारेन बफेट
  4. वर्तमान परिदृश्य में इस कथं से आप क्या समझते है? स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)
    (a) “अच्छा कार्य करने में, वह सब कुछ अनुमत होता है जिसको अभिव्यक्ति के द्वारा या स्पष्ट निहितार्थ के द्वारा निषिद्ध न किया गया हो।” एक लोक सेवक द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के संदर्भ में, इस कथं का उपयुक्त उदाहरणों सहित परीक्षण कीजिए। (150 शब्द)
    (b) कार्यवाहियों की नैतिकता के संदर्भ में एक दृष्टिकोण तो यह है, की साधन सर्वोपरि महत्व के होते हैं और दूसरा दृष्टिकोण यह है कि परिणाम साधनों को उचित सिद्ध करते हैं। आपके विचार में इनमें से कौन-सा दृष्टिकोण अपेक्षाकृत अधिक उपयुक्त है? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क पेश कीजिए। (150 शब्द)
  5. (a) मान लीजिए कि भारत सरकार एक ऐसी पर्वतीय घाटी में एक बांध का निर्माण करने की सोच रही है, जो जंगलों से घिरी है और जहां नृजातीय समुदाय रहते हैं। अप्रत्याशित आकस्मिकताओं से निपटने के लिए सरकार को कौन-सी तर्कसंगत नीति का सहारा लेना चाहिए? (150 शब्द)
    (b) लोक प्रशासन में नैतिक सुविधाओ का समाधान करने के प्रक्रम को स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)
  6. वर्तमान संदर्भ में निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके विचार से क्या अभिप्राय है?
    (a) “किसी भी बात को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का निर्धारण करने में सही नियम यह नही है की उसमे कोई बुराई है या नही; बल्कि यह है की उसमें अच्छाई से अधिक बुराई है। ऐसे बहुत कम विषय होते है जो पूरी तरह बुरे या अच्छे होते हैं। लगभग सभी विषय, विशेषकर सरकारी नीति से संबंधित, अच्छाई और बुराई दोनों के अविच्छेदनीय हमेशा बनी रहती है।” – अब्राहम लिंकन (150 शब्द)
    (b) “क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के शत्रु हैं।” – महात्मा गांधी (150 शब्द)
    (c) “असत्य भी सत्य का स्थान ले लेता है यदि उसका परिणाम निष्कलंक सार्वजनिक कल्याण हो।”-तिरुक्कुरल (150 शब्द)

2017

  1. (a) वर्तमान समय में नैतिक मूल्यों का संकट, सद-जीवन की संकीर्ण धारणा से जुड़ा हुआ है। विवेचना कीजिए। (150 शब्द)
    (b) वर्धित राष्ट्रीय संपत्ति के लाभों का न्यायोचित वितरण नही हो सका है। इसने “बहुमत के नुकसान पर केवल छोटी अल्पसंख्या के लिए ही आधुनिकता और वैभव के एंक्लेव” बनाए हैं। इसका औचित्य सिद्ध कीजिए। (150 शब्द)
  2. (a) अनुशासन मे सामान्यतः आदेश पालन और अधीनता निहित है। फिर भी यह संगठन के लिए प्रति-उत्पादक हो सकता है। चर्चा कीजिए। (150 शब्द)
    (b) सामान्यतः साझा किए गए तथा व्यापक रूप से मोरचाबंद नैतिक मूल्यों और दायित्वों के बिना न तो कानून, न तो लोकतंत्रीय सरकार, न ही बाजार अर्थव्यवस्था ठीक से कार्य कर पाएंगे। इस कथं से आप क्या समझते है? समकालीन समय के उदाहरण द्वारा समझाइए। (150 शब्द)
  3. सार्वजनिक क्षेत्र में हित -संघर्ष तब उत्पन्न होता है, जब निम्नलिखित की एक-दूसरे के ऊपर प्राथमिकता रखते हैं:
    (a) सार्वजनिक हित
    (b) व्यक्तिगत हित
  4. नैतिक आचरण वाले तरुण लोग सक्रिय राजनीति में शामिल होने के लिए उत्सुक नही होते हैं। उनको सक्रिय राजनीति में अभिप्रेरित करने के लिए उपाय सुझाइए। (150 शब्द)
  5. (a) समझौते से पूर्ण रूप से इनकार करना सत्यनिष्ठा की एक परख यही। इस संदर्भ में वास्तविक जीवन से उदाहरण देते हुए व्याख्या कीजिए। (150 शब्द)
    (b) कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व कंपनियों को अधिक लाभदायक तथा चिरस्थायी बनाता है। विश्लेषण कीजीए। (150 शब्द)
  6. (a) “बड़ी महत्वाकांक्षा महान चरित्र का भावावेश (जुनून) है। जो इससे संपन्न है वे या तो बहुत अच्छे अथवा बहुत बुरे कार्य कर सकते हैं। ये सब कुछ उन सिद्धांतों पर आधारित है जिनसे वे निर्देशित होते हैं।”-नेपोलियन बोनापार्ट।
    उदाहरण देते हुए उन शासकों का उल्लेख कीजिए जिन्होंने (i) समाज व देश का अहित किया है, (ii) समाज व देश के विकास के लिए कार्य किया है। (150 शब्द)
    (b) “मेरा दृढ़ विश्वास है की यदि किसी राष्ट्र को भ्रस्टाचार मुक्त और सुंदर मनों वाला बनाना है, तो उसमें यमज के तीन प्रमुख लोग अंतर ला सकते है। वे हैं पिता, माता एवं शिक्षक।” -ए. पी. जे. अब्दुल कलाम । विश्लेषण कीजिए। (150 शब्द)
  7. (a) प्रशासनिक पद्धतियों में भावनात्मक बुद्धि का आप किस तरह प्रयोग करेंगे? (150 शब्द)
    (b) शक्ति, शांति एवं सुरक्षा अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के आधार पर माने जाते है। (150 शब्द)
  8. सिविल सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिए : (150 शब्द)
    (a) पारदर्शिता
    (b) जवाबदेही
    (c) निष्पक्षता तथा न्याय
    (d) दृढ़ विश्वास का साहस
    (e) सेवा भाव

2016

  1. (a) स्पष्ट कीजिए कि आचारनीति समाज और मानव का किस प्रकार भला करती हैं।
    (b) क्या कारण है कि निष्पक्षता और अपक्षपातीयता को लोक सेवाओं में, विशेषकर वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक संदर्भ में, आधारभूत मूल्य समझना चाहिए? अपने उतर को उदाहरणों के साथ सुस्पष्ट कीजिए।
  2. (a) ‘शासन’, ‘सुशासन और ‘नैतिक शासन’ शब्दों से आप क्या समझते हैं?
    (b) महात्मा गाँधी की सात पापों की संकल्पना की विवेचना कीजिए।
  3. (a) भारत के संदर्भ में सामाजिक न्याय की जॉन रॉल्स की संकल्पना का विश्लेषण कीजिए।
    (b) द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग द्वारा सिफारिशकृत (अनुशंसित) लोक सेवा संहिता की विवेचना कीजिए।
  4. (a) ‘भ्रष्टाचार सरकारी राजकोष का दुरुपयोग,’ प्रशासनिक अदक्षता एवं राष्ट्रीय विकास के मार्ग में बाधा उत्पन्न करता है।’ कौटिल्य के विचारों की विवेचना कीजिए।
    (b) सामाजिक प्रभाव और समझाना-बुझाना स्वच्छ भारत अभियान की सफलता के लिए किस प्रकार योगदान कर सकते हैं?
  5.  विधि एवं आचारनीति मानव आचरण को नियन्त्रित करने वाले दो उपकरण माने जाते हैं ताकि आचरण को सभ्य सामाजिक अस्तित्व के लिए सहायक बनाया जा सकें।
    (a) चर्चा कीजिए कि वे इस उद्देश्य की किस प्रकार पूर्ति करते हैं।
    (b) उदाहरण देते हुए यह बताइए कि ये दोनों अपने उपागमों में किस प्रकार एक-दूसरे से भिन्न हैं।
  6. जीवन, कार्य, अन्य व्यक्तियों एवं समाज के प्रति हमारी अभिवृतियां आमतौर पर अनजाने में परिवार एवं उस सामाजिक परिवेश के द्वारा रुपित हो जाती हैं, जिसमें हम बड़े होते हैं। अनजाने में नागरिकों के लिए अवांछनीय होते हैं।
    (a) आज के शिक्षित भारतीयों में विद्यमान ऐसे अवांछनीय मूल्यों की विवेचना कीजिए।
    (b) ऐसी अवांछनीय अभिवृत्तियों को कैसे बदला जा सकता है तथा लोक सेवाओं के लिए आवश्यक समझे जाने वाले सामाजिक-नैतिक मूल्यों को आकांक्षी तथा कार्यरत लोक सेवकों में किस प्रकार संवर्धित किया जा सकता है?
  7. क्रोध एक हानिकारक नकारात्मक संवेग है। यह व्यक्तिगत जीवन एवं कार्य जीवन दोनों के लिए हानिकर है।
    (a) चर्चा कीजिए कि यह किस प्रकार नकारात्मक संवेगों और अवांछनीय व्यवहारों को पैदा कर देता है।
    (b) इसे कैसे व्यवस्थ्ति एवं नियंत्रित किया जा सकता हैं?
  8. “मैक्स वैबर ने कहा था कि जिस प्रकार के नैतिक प्रतिमानों को हम व्यक्तिगत अंतरात्मा के मामलों पर लागू करते हैं, उस प्रकार के नैतिक प्रतिमानों को लोक प्रशासन पर लागू करना समझदारी नहीं है। इस बात को समझ लेना महत्वपूर्ण है कि हो सकता है कि राज्य के अधिकारीतंत्र के पास अपनी स्वयं की स्वतंत्र अधिकारीतंत्रीय नैतिकता हो।” इस कथन का समालोचनापूर्वक कीजिए।

2015

प्रश्न 1. पर्यावरणीय नैतिकता’ का क्या अर्थ है? इसका अध्ययन करना किस कारण महत्वपूर्ण है? पर्यावरणीय नैतिकता की दृष्टि से किसी एक पर्यावरणीय मुद्दे पर चर्चा कीजिए।

नम्नलिखित के बीच विभेदन कीजिए।

  1. विधि और नैतिकता
  2. नैतिक प्रबंधन और नैतिकता का प्रबंधन
  3. भेदभाव और अधिमानी बरताव
  4. वैयक्तिक नैतिकता और संव्यावसायिक नैतिकता

प्रश्न 2. नैतिक विचारकों/दार्शनिक के दो अवतरण दिए गए हैं। प्रकाश डालिए कि इनमें से प्रत्येक के, वर्तमान संदर्भ में आपके लिए क्या मायने हैं:

  1. “कमजोर कभी मापफ नहीं कर सकतेऋ क्षमाशीलता तो ताकतवर का ही सहज गुण है।”
  2. “हम बच्चे को आसानी से माफ कर सकते हैं, जो अंधेरे से डरता है; जीवन की वास्तविक विडंबना तो तब है जब मनुष्य प्रकाश से डरने लगते हैं।
  1. “केवल कानून का अनुपालन ही काफी नहीं है, लोक सेवक में, अपने कर्तव्यों के प्रभावी पालन करने के लिए, नैतिक मुद्दों पर एक सुविकसित संवेदन-शक्ति का होना भी आवश्यक है।” क्या आप सहमत हैं? दो उदाहरणों की सहायता से स्पष्ट कीजिए, जहाँ (i) कृत्य नैतिकतः सही है, परंतु वैध रूप से नहीं है तथा (ii) कृत्य वैध रूप से सही है, परंतु नैतिकतः सही नहीं है।
  2. विश्वसनीयता और सहन-शक्ति के सद्गुण लोक सेवा में किस प्रकार प्रदर्शित होते हैं। उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 4.

  1. सामाजिक मूल्य, आर्थिक मूल्यों की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण हैं।” राष्ट्र की समावेशी संवृद्धि के संदर्भ में उपरोक्त कथन पर उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिए।
  2. हाल में हुई कुछ प्रगतियाँ, जैसे कि सूचना का अधिकार (आर.टी.आई.) अधिनियम, मीडिया और न्यायिक सक्रियता इत्यादि, सरकार के कार्यों में पहले से अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही लाने में सहायक साबित हो रही हैं। फिर भी, यह भी देखा जा रहा है कि कभी-कभार इन साधनों का दुरुपयोग किया जाता है। एक अन्य नकारात्मक प्रभाव यह है कि अधिकारीगण अब शीघ्र निर्णय लेने से डरते हैं। इस स्थिति का विस्तारपूर्व विश्लेषण कीजिए और सुझाइए कि इस द्विभाजन का हल किस प्रकार निकाला जा सकता है। सुझाइए कि इन नकारात्मक प्रभावों को किस प्रकार न्यूनतमीकृत किया जा सकता है।

प्रश्न 5. लोक सेवकों की अपने कार्य के प्रति प्रदर्शित दो अलग-अलग प्रकारों की अभिवृत्तियों की पहचान अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति और लोकतांत्रिक अभिवृत्ति के रूप में की गई है।

  1. इन दो पदों के बीच विभेदन कीजिए और उनके गुणों-अवगुणों को बताइए।
  2. अपने देश का तेजी से विकास की दृष्टि से बेहतर प्रशासन के निर्माण के लिए क्या दोनों में संतुलन स्थापित करना संभव है?

प्रश्न 6. आज हम यह देखते हैं कि आचार संहिताओं के निर्धारण, सतर्कता सेलों/आयोगों की स्थापना, आर.टी.आई., सक्रिय मीडिया और विधिक यांत्रिक्तवों के प्रबलन जैसे विभिन्न उपायों के बावजूद भ्रष्टाचारपूर्ण कर्म नियंत्राण के अधीन नहीं आ रहे हैं।

  1. इन उपायों की प्रभावशीलता का औचित्य बताते हुए मूल्यांकन कीजिए।
  2. इस खतरे का मुकाबला करने के लिए और अधिक प्रभावी रणनीतियाँ सुझाइए।

प्रश्न 7. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, अधिकांश राष्ट्रों के बीच द्विपक्षीय संबंध, अन्य राष्ट्रों के हितों का सम्मान किए बिना स्वयं के राष्ट्रीय हित की प्रोन्नति करने की नीति के द्वारा नियंत्रित होते हैं। इससे राष्ट्रों के बीच द्वंद्व और तनाव उत्पन्न होते हैं। ऐसे तनावों के समाधान में नैतिक विचार किस प्रकार सहायक हो सकते हैं? विशिष्ट उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिए।

प्रश्न 8. लोक सेवकों के समक्ष ‘हित संघर्ष (कनफ्लिक्ट ऑफ इन्टरेस्ट) के मुद्दों का आ जाना संभव होता है। आप ‘हित संघर्ष’ पद से क्या समझते हैं और यह लोक सेवकों के द्वारा निर्णयन में किस प्रकार अभिव्यक्त होता है? यदि आपके सामने हित संघर्ष की स्थिति पैदा हो जाय, तो आप उसका हल किस प्रकार निकालेंगे? उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए।


2014

प्रश्न 1.

  1. सभी मानव सुख की आकांक्षा करते हैं। क्या आप सहमत है? आपके लिए सुख का क्या अर्थ है? उदाहरण प्रस्तुत करते हुए स्पष्ट कीजिए।
  2. मानव जीवन में नैतिकता किस बात की प्रोन्नति करने की चेष्टा करती है? लोक-प्रशासन में यह और भी अधिक महत्वपूर्ण क्यों है?

प्रश्न 2.

  1. रक्षा सेवाओं के संदर्भ में, ‘देशभक्ति’ राष्ट्र की रक्षा करने में अपना जीवन उत्सर्ग करने तक ही तत्परता की अपेक्षा करती है। आपके अनुसार, दैनिक असैनिक जीवन में देशभक्ति का क्या तात्पर्य है? उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इसको स्पष्ट कीजिए और अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दीजिए।
  2. लोक-जीवन में ‘सत्यनिष्ठा’ से आप क्या समझते हैं? आधुनिक काल में इसके अनुसार चलने में क्या कठिनाइयाँ हैं? इन कठिनाइयों पर किस प्रकार विजय प्राप्त कर सकते हैं?

प्रश्न 3.

  1. ‘‘ज्ञान के बिना ईमानदारी कमजोर और व्यर्थ है, परन्तु ईमानदारी के बिना ज्ञान ऽतरनाक और भयानक होता हैं।’’ इस कथन से आप क्या समझते हैं? आधुनिक संदर्भ से उदाहरण लेते हुए अपने अभिमत को स्पष्ट कीजिए।
  2. ‘मनुष्यों के साथ सदैव उनको, अपने-आप में ‘लक्ष्य’ मानकर व्यवहार करना चाहिए, कभी भी उनको केवल ‘साधन’ नहीं मानना चाहिए।’’ आधुनिक तकनीकी-आर्थिक समाज में इस कथन के निहितार्थों का उल्लेख करते हुए इसका अर्थ और महत्व स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 4.

  1. जीवन में नैतिक आचरण के संदर्भ में आपको किस विख्यात व्यक्ति ने सर्वाधिक प्रेरणा दी? उसकी शिक्षाओं का सार प्रस्तुत कीजिए। विशिष्ट उदाहरण देते हुए वर्णन कीजिए कि आप अपने नैतिक विकास के लिए उन शिक्षाओं को किस प्रकार लागू कर पाए हैं।
  2. लोक-सेवकों पर भारी नैतिक उतरदायित्व होता है, क्योंकि वे सत्ता के पदों पर आसीन होते हैं, लोक-निधियों की विशाल राशियों पर कार्रवाई करते हैं, और उनके निणर्यों का समाज और पर्यावरण पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। ऐसे उतरदायित्व को निभाने के लिए, अपनी नैतिक सक्षमता पुष्ट करने हेतु आपने क्या कदम उठाए हैं?

प्रश्न 5.

  1. वर्तमान समाज व्यापक विश्वास-न्यूनता से ग्रसित है। इस स्थिति के व्यक्तिगत कल्याण और सामाजिक कल्याण के संदर्भ में क्या परिणाम है? आप अपने को विश्वसनीय बनाने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर क्या कर सकते है?
  2. अक्सर कहा जाता है कि निर्धनता भ्रष्टाचार की ओर प्रवृत करती है। परन्तु, ऐसे भी उदाहरण की कोई कमी नहीं है जहां संपन्न एवं शक्तिशाली लोग बड़ी मात्रा में भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं। लोगों में व्याप्त भ्रष्टाचार के आधारभूत कारण क्या है? उदाहरणों के द्वारा अपने उत्तर को सम्पुष्ट कीजिए।

प्रश्न 6. सामाजिक समस्याओं के प्रति व्यक्ति की अभिवृत्ति के निर्माण में कौन-से कारक प्रभाव डालते हैं? हमारे समाज में अनेक सामाजिक समस्याओं के प्रति विषम अभिवृत्तियां व्याप्त हैं। हमारे समाज में जाति प्रथा के बारे में क्या-क्या विषम अभिवृत्तियां आपको दिखाई देती हैं? इन विषम अभिवृत्तियों के अस्तित्व को आप किस प्रकार स्पष्ट करते हैं?

प्रश्न 7. लोक-सेवा के संदर्भ में ‘जवाबदेही’ का क्या अर्थ हैं? लोक-सेवकों की व्यक्तिगत और सामूहिक जवाबदेही को सुनिश्चित करने के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते है?

प्रश्न 8. हमें देश में महिलाओं के प्रति यौन-उत्पीड़न के बढ़ते हुए दृष्टांत दिखाई दे रहे हैं। इस कुकृत्य के विरूद्ध विद्यमान विधिक उपबंधों के होते हुए भी, ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ रही है।


2013

प्रश्न 1. ‘मूल्यों व ‘नैतिकताओं’ से आप क्या समझते हैं? व्यावसायिक सक्षमता के साथ नैतिक भी होना किस प्रकार महत्त्वपूर्ण है? (150 शब्द 10 अंक)

प्रश्न 2. (a) लोक सेवा के संदर्भ में निम्न शब्दों से आप क्या समझते हैं? (250 शब्द 10 अंक)

1- सत्यनिष्ठा
2- अध्यवसाय
3- सेवा-भाव
4- प्रतिबद्धता
5- साहसपूर्ण दृढ़ता

(b) दो ऐसे अन्य गुण बताइए जिन्हें आप लोक सेवा के लिए महत्त्वपूर्ण समझते हैं। अपने उत्तर का औचित्य समझाइए। (100 शब्द 10 अंक)

प्रश्न 3. कुछ लोगों का मानना है कि मूल्य समय और परिस्थिति के साथ बदलते रहते हैं जबकि अन्य दृढ़ता से मानते है कि कुछ मानवीय मूल्य सर्वव्यापक व शाश्वत है। इस सम्बन्ध में आप अपनी धारणा तर्क देकर बताइए। (150 शब्द 10 अंक)

प्रश्न 4. ‘भावात्मक प्रज्ञता’ क्या होता है और यह लोगों में किस प्रकार विकसित किया जा सकता है? किसी व्यक्ति विशेष को नैतिक निर्णय लेने में यह कैसे सहायक होता है? (150 शब्द 10 अंक)

प्रश्न 5. अंत करण की आवाज’ से आप क्या समझते है? आप स्वयं को अंतः करण की आवाज पर ध्यान देने के लिए कैसे तैयार करते हैं? (150 शब्द 10 अंक)
‘विवेक का संकट’ से क्या अभिप्राय है? अपने जीवन की एक घटना बताइए जब आपका ऐसे संकट से सामना हुआ और आपने उसका समाधान कैसे किया। (150 शब्द 10 अंक)

प्रश्न 6. तीन महान नैतिक विचारको/दार्शनिकों के अवतरण नीचे दिए गए है। आपके लिए प्रत्येक अवतरण का वर्तमान संदर्भ में क्या महत्त्व है, स्पष्ट कीजिए।

  1. ‘‘पृथ्वी पर हर एक की आवश्यकता पूर्ति के लिए काफी है पर किसी के लालच के लिए कुछ नहीं।’’ महात्मा गाँधी। (150 शब्द 10 अंक)
  2. ‘‘लगभग सभी लोग विपत्ति का सामना कर सकते है पर यदि किसी के चरित्र का परीक्षण करना है, तो उसे शक्ति/अधिकार दे दो।’’ अब्राहम लिंकन (150 शब्द 10 अंक)
  3. ‘‘शत्रुओं पर विजय पाने वाले की अपेक्षा मैं अपनी इच्छाओं का दमन करने वाले को अधिक साहसी मानता हूँ।’’ अरस्तू (150 शब्द 10 अंक)

प्रश्न 7. ‘‘सर्वहित में ही हर व्यक्ति का हित निहित है।’’ आप इस कथन से क्या समझते हैं? सार्वजनिक जीवन में इस सिद्धान्त का कैसे पालन किया जा सकता है? (150 शब्द 10 अंक)

प्रश्न 8. प्रायः यह कहा जाता है कि ‘राजनीति’ और नैतिकता’ साथ-साथ नहीं चल सकते। इस सम्बन्ध में आपका क्या मत है? अपने उत्तर का, उदाहरणों सहित, आधार बताइए। (150 शब्द 10 अंक)


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