आपदा प्रबंधन में पूर्ववर्ती प्रतिक्रियात्मक उपागम से हटते हुए भारत सरकार द्वारा आरंभ किए गए अभिनूतन उपायों की विवेचना कीजिए। (250 शब्द)
2019
आपदा प्रभावों और लोगों के लिए उसके खतरे को परिभाषित करने के लिए भेद्यता एक अत्यावश्यक तत्व है। आपदाओं के प्रति भेद्यता का किस प्रकार और किन-किन तरीकों के साथ चरित्र-चित्रण किया जा सकता है? आपदाओं के संदर्भ में भेद्यता के विभिन्न प्रकारों पर चर्चा कीजिए।
किसी भी आपदा प्रबंधन प्रक्रम में आपदा तैयारी पहला कदम होता है। भूस्खलनों के मामले में, स्पष्ट कीजिए कि संकट अनुक्षेत्र मानचित्रण किस प्रकार आपदा अल्पीकरण में मदद करेगा।
2018
भारत में आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डी ० आर ० आर ०) के लिए ‘सेंड़ाई आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रारूप (2015 -2030)’ हस्ताक्षरित करने से पूर्व एवं उसके पश्चात किए गए विभिन्न उपायों का वर्णन कीजीए। यह प्रारूप ‘ह्योगों कार्रवाई प्रारूप, 2005’ से किस प्रकार भिन्न है? (250 शब्द)
2017
दिसंबर 2004 को सुनामी भारत सहित चौदह देशों में तबाही लाई थी। सुनामी के हों के लिए जिम्मेदार कारकों पर एवं जीवन तथा अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले उसके प्रभावों पर चर्चा कीजिए। एन. डी. एम. ए. के दिशा निर्देशों (2010) के प्रकाश मे, इस प्रकार की घटनाओं के दौरान जोखिम को कम करने की तैयारियों की क्रियाविधि का वर्णन कीजिए। (250 शब्द)
2016
कई वर्षों से उच्च तीव्रता की वर्षा के कारण शहरों में बाढ़ की बारंबारता बढ़ रही है। शहरी क्षेत्रें में बाढ़ के कारणों पर चर्चा करते हुए इस प्रकार की घटनाओं के दौरान जोखिम कम करने की तैयारियों की क्रियाविधि पर प्रकाश डालिए।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एन. डी. एम. ए.) के सुझावों के संदर्भ में, उत्तराखंड के अनेकों स्थानो पर हाल ही में बादल फटने की घटनाओं के संधात को कम करने के लिए अपनाए जाने वाले उपायों पर चर्चा कीजिये।
2015
भारतीय उप-महाद्वीप में भूकंपों की आवृत्ति बढ़ती हुई प्रतीत होती है। फिर भी, इनके प्रभाव के न्यूनीकरण हेतु भारत की तैयारी (तत्परता) में महत्वपूर्ण कमियाँ हैं। विभिन्न पहलुओं की चर्चा कीजिए।
2014
सूखे को उसके स्थानिक विस्तार, कालिक अवधि, मंथर प्रारम्भ और कमजोर वर्गों पर स्थायी प्रभावों की दृष्टि से आपदा के रूप में मान्यता दी गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सितंबर 2010 मार्गदर्शी सिद्धान्तों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में एल नीनो और ला नीना के संभावित दुष्प्रभावों से निपटने के लिए तैयारी की कार्यविधियों पर चर्चा कीजिए।
2013
विपदा-पूर्व प्रबंधन के लिए संवेदनशीलता व जोख़िम निर्धारण कितना महत्त्वपूर्ण है? प्रशासक के रूप में आप विपदा प्रबंधन प्रणाली में किन मुख्य बिन्दुओं पर ध्यान देंगे? (200 शब्द 10 अंक)