UPSC Sociology Optional Question Paper 2013: प्रश्न पत्र I

खण्ड- A

1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:

(a) “समाजशास्त्र का उदय यूरोप में हुआ तथा प्रारंभ में सं. रा. अमेरिका की सामाजिक सुधारोन्मुखता के आधार पर उसका विकास हुआ।” – टिप्पणी कीजिए।
(b) समाजशास्त्र तथा नृविज्ञान की परस्पर तुलना करते हुए उनके अंतर को स्पष्ट कीजिए।
(c) समाजशास्त्रीय अनुशीलन में सकारात्मक दृष्टि की समीक्षात्मक परीक्षण कीजिए।
(d) सामाजिक परिवर्तन के कारकों के रूप में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की परीक्षा कीजिए।
(e) परिवार में समसामयिक प्रवृत्तियों का सोदाहरण विश्लेषण कीजिए।

2. (a) सामाजिक शोध की मात्रात्मक विधियों की सीमाओं का विश्लेषण कीजिए।
(b) समाजशास्त्र की प्रकार्यवादी परंपरा की समीक्षात्मक परीक्षा कीजिए।
(c) ऐतिहासिक भौतिकवाद के प्रमुख लक्षणों का विश्लेषण कीजिए।

3. (a) ‘श्रम विभाजन’ के ढांचे के संदर्भ में कार्ल मार्क्स और इमाईल दुर्खीम की तुलना कीजिए।
(b) ‘प्रतीकात्मक अन्योन्यक्रियावाद’ में जी. एच. मीड के योगदानों का समीक्षात्मक विश्लेषण कीजिए।
(c) वेबरी (वेबरीयन) अधिकारी-तंत्र के प्रमुख लक्षणों की परीक्षा कीजिए।

4. (a) समाजों की नई सोपानिक सामाजिक व्यवस्था के उदय में स्तरण की मुक्त एवं नियंत्रित पद्धतियाँ किस प्रकार रूपांतरित हो रही हैं?
(b) क्या पितृवंश (पितृतंत्र) एक सर्वव्यापी परिघटना है? समीक्षात्मक परीक्षण कीजिए कि पितृवंश समाजों में श्रम के लिंगाधारित विभाजन को किस प्रकार प्रभावित करता है,
(c) संसदीय प्रजातन्त्र में दबाव-गुटों की भूमिका की परीक्षा कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए: (प्रत्येक टिप्पणी 150 शब्दों से अधिक की नहीं होनी चाहिए)

(a) समाजों में लोगों के सामाजिक रूप से अपवर्जित हो जाने और स्वयं ही अपने को सामाजिक रूप से अपवर्जित कर देने में अंतर स्पष्ट कीजिए।
(b) सामाजिक आंदोलन को परिभाषित कीजिए । सामाजिक परिवर्तन में सुधारवादी आंदोलनों की भूमिका का विशद विवेचन कीजिए।
(c) “विज्ञान के पास तार्किक लक्ष्यों के लिए आनुभविक साधन हैं और धर्म के पास तार्किक लक्ष्यों के लिए गैर-आनुभविक साधन हैं ।” – टिप्पणी कीजिए।
(d) विकसजन्य विस्थापन के सामाजिक आयामों की परीक्षा कीजिए।
(e) उदाहरण प्रस्तुत करते हुए वर्तमान समाज में लैंगिक पूर्वाग्रह का विश्लेषण कीजिए।

6. (a) सामाजिक स्तरण के विश्लेषण के प्रसंग में कार्ल मार्क्स तथा मैक्स वेबर के दृष्टिकोणों में क्या अंतर है?
(b) श्रम और समाज पर वैश्वीकरण के सामाजिक प्रभाव की परीक्षा कीजिए।
(c) वर्तमान समाज में पारसनी (पारसोनियन) सामाजिक-पद्धति की प्रासंगिकता की परीक्षा कीजिए।

7. (a) नागरिक समाज और प्रजातन्त्र एक-दूसरे को परस्पर किस प्रकार सशक्त करते हैं? मूल्यांकन कीजिए।
(b) आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था में परिवर्तनों के फलस्वरूप विवाह एवं परिवार में उदीयमान प्रवृत्तियों की परीक्षा कीजिए।
(c) प्रजातन्त्र में नागरिक समाज की भूमिका की समीक्षात्मक परीक्षा कीजिए।

8. (a) सामाजिक परिवर्तन के चलते समाजों द्वारा अनुभूत संघर्षों एवं तनावों को सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
(b) उपयुक्त उदाहरण प्रस्तुत करते हुए सामाजिक परिवर्तन के सांस्कृतिक सिद्धांतों की समीक्षात्मक परीक्षा कीजिए।
(c) क्या धर्म विज्ञान का प्रतिवादी है? टिप्पणी कीजिए।


UPSC Sociology Optional Question Paper 2013: प्रश्न पत्र II

खण्ड- A

1. निम्नलिखित में से प्रत्येक पर, समाजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य से संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए, जो प्रत्येक 150 से अधिक शब्दों में न हो: –

(a) आन्द्रे बेताले द्वारा प्रतिपादित ‘वर्ग’ की परिभाषा।
(b) पाश्चात्यीकरण संबंधी एम. एन. श्रीनिवास की अवधारणा।
(c) महात्मा ज्योतिबा फूले का सत्यशोधक आंदोलन।
(d) भारत में कृषक समाज में वर्ग।
(e) अन्य पिछड़े वर्ग।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक का न हो: –

(a) वे कौन से लक्षण हैं, जिनके कारण जनजातियाँ अन्य जनसंख्या से हटकर अलग दिखाई पड़ती हैं?
(b) जनजातियों के संदर्भ में नृजातीयता एवं एकीकरण पर टिप्पणी लिखिए।
(c) नया वन अधिनियम जनजातियों को किस प्रकार प्रभावित करता है?

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक का न हो: –

(a) डॉ. भीमराव अंबेडकर के जाति के नाश संबंधी विचारों के प्रमुख अभिलक्षण कौन-कौन से हैं?
(b) लुई द्युमा के ‘होमो हेरेरकीकस’ का समीक्षात्मक मूल्यांकन कीजिए।
(c) एम. एन. श्रीनिवास के प्रभावी जाति संबंधी अवधारणा के अभिलक्षण कौन-कौन से हैं? आज के यथार्थ को समझने में यह कितनी प्रभावी है?

4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक का न हो: –

(a) भारत में औपचारिक एवं अनौपचारिक क्षेत्रों (सेक्टरों) में क्या अंतर है?
(b) जाति पर औद्योगीकरण के प्रभाव की परीक्षा कीजिए।
(c) भारतीय मध्यवर्ग के प्रमुख लक्षणों की चर्चा कीजिए।

खण्ड ‘B’

5. निम्नलिखित में से प्रत्येक पर, समाजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य से संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए, जो प्रत्येक 150 से अधिक शब्दों में न हो: –

(a) पंचवर्षीय योजनाएं।
(b) महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना।
(c) हरित क्रांति।
(d) बाल मजदूरी।
(e) स्त्री-पुरुष अनुपात।

6. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक का न हो:

(a) आधुनिक भारत में किसान-आंदोलनों के मुख्य लक्षणों पर प्रकाश डालिए।
(b) अलग राज्यों के आंदोलनों के समाजशास्त्रीय पक्षों का विवेचन कीजिए।
(c) गरीबी, वंचित होने तथा असमानता के अन्तःसम्बन्धो की व्याख्या कीजिए।

7. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक का न हो:

(a) नगरों में झुग्गी-झोपड़ियों पर विश्लेषणात्मक टिप्पणी लिखिए।
(b) भारत में कामकाजी महिलाओं की समस्याओं का विवेचन कीजिए।
(c) भारत में स्त्री-मर्त्यता के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालिए।

8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए, जो प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक का न हो:

(a) भारत में प्रजातन्त्र की क्षति में सांप्रदायिकता की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
(b) दलित आंदोलन से क्या अभिप्राय है? इसमें उठाए जाने वाले प्रमुख मुद्दों की परीक्षा कीजिए।
(c) शिक्षा के अधिकार के प्रमुख लक्षणों की चर्चा कीजिए।


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