जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब की प्रमुख प्रशासनिक नीतियाँ;
साम्राज्य और जमींदार;
जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब की धार्मिक नीतियाँ;
मुगल राज्य की प्रकृति;
सत्रहवीं सदी के अंत में संकट और विद्रोह;
अहोम साम्राज्य;
शिवजल और प्रारंभिक मराठा साम्राज्य.
- अकबर से लेकर औरंगजेब तक मुगल सम्राटों की धार्मिक नीति का विश्लेषण करें। इसका मुग़ल साम्राज्य की स्थिरता पर क्या प्रभाव पड़ा?(1985)
- मुगल राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था की प्रमुख विशेषताएं क्या थीं? मध्यकाल के उत्तरार्ध में अन्य भारतीय शक्तियों ने किस हद तक अपने प्रशासन को इस प्रणाली पर आधारित बनाया?(1991)
- “औरंगज़ेब एक बहुत ही बदनाम राजा है।” प्रस्ताव के पक्ष और विपक्ष में बहस करें।(1994)
- अकबर से औरंगजेब तक कुलीन वर्ग की संरचना में परिवर्तन। टिप्पणी।(1995)
- नूरजहाँ पर संक्षिप्त निबंध लिखिए।(1998)
- संक्षिप्त निबंध लिखें – स्पेनिश अल्सर ने नेपोलियन बोनापार्ट को बर्बाद कर दिया, डेक्कन अल्सर ने औरंगजेब को बर्बाद कर दिया।(1999)
- मुगल सम्राटों की राजपूत नीति का वर्णन करें। क्या आप इस विचार से सहमत हैं कि औरंगजेब द्वारा अकबर की राजपूत नीति को उलटना मुगल साम्राज्य के विघटन के लिए जिम्मेदार था?(2000)
- ‘अकबर ने राजपूतों का समर्थन प्राप्त करके मुगल साम्राज्य का निर्माण किया, औरंगजेब ने राजपूतों को अलग करके इसे नष्ट कर दिया।’ क्या आप सहमत हैं?(2003)
- औरंगजेब की राजपूत और धार्मिक नीतियां उसके पूर्ववर्तियों से किस प्रकार भिन्न थीं? उनके द्वारा किये गये परिवर्तनों के क्या परिणाम हुए?(2004)
- दारा शिकोह पर संक्षिप्त निबंध लिखिए। (2006)
- “अकबर ने राजपूतों का समर्थन प्राप्त करके मुगल साम्राज्य का निर्माण किया, औरंगजेब ने राजपूतों को अलग करके इसे नष्ट कर दिया।” आलोचनात्मक चर्चा करें.(2007)
- “17वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के दौरान मुगल साम्राज्य के खिलाफ विद्रोह के प्रमुख कारण धार्मिक के बजाय आर्थिक थे।” चर्चा करना।(2009)
- सुल्तानों के काल की इक्ता व्यवस्था मुगलों के अधीन जागीर व्यवस्था से किस प्रकार भिन्न थी? (2014)
- मुगल विदेश नीति की व्यापक रूपरेखाओं की और मुगल साम्राज्य पर उनके प्रभावों की पहचान कीजिए। (2016)
- मुगल शासकों के अधीन जमींदारी व्यवस्था की कार्य-प्रणाली का विवेचन कीजिए। साथ ही मुगल भारत की कृषिभूमि संबंधी अर्थ-व्यवस्था में जमींदारों द्वारा निबाही गयी भूमिका का भी वर्णन कीजिए। (2018)
- सत्रहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध का मुगलकालीन भारत जागीरदारी संकट का काल माना जाता है। चर्चा करना।(2021)
अहोम साम्राज्य
- अहोम साम्राज्य पर 200 शब्दों में लघु निबंध लिखें।(2008)
- अहोम राज्य द्वारा मुगल सत्ता के विरुद्ध किए गए प्रतिरोध का संक्षिप्त विवरण दीजिए। (2014)
शिवाजी और प्रारंभिक मराठा साम्राज्य
- 200 शब्दों से अधिक का संक्षिप्त उत्तर लिखें: क्या शिवाजी एक राष्ट्रवादी नेता थे?(1985)
- शिवाजी एक महान संगठनकर्ता और नागरिक संस्थाओं के निर्माता थे, प्रशासन की कठिनाइयों और उनके द्वारा प्राप्त सफलता की सीमा के आलोक में इस कथन की जाँच करें।(1992)
- शिवाजी के सत्ता में आने को मराठा इतिहास में एक अलग घटना नहीं माना जा सकता। यह उतना ही उनके व्यक्तिगत साहस और वीरता का परिणाम था जितना कि दक्कन देश की विशिष्ट भौगोलिक स्थिति और एकीकृत धार्मिक प्रभावों का, जो 15 में लोगों को नई आशाओं और आकांक्षाओं से भर रहे थे।वां और 16वां सदियों. व्याख्या करना।(1996)
- शिवाजी के उत्थान की परिस्थितियों का परीक्षण करें। उनकी विरासत पर प्रकाश डालिए।(1999)
- अपनी शक्ति को मजबूत करने के लिए शिवाजी ने अपने प्रशासन और वित्त को कैसे व्यवस्थित किया?(2010)
- सत्रहवीं शताब्दी के दौरान मराठा आंदोलन के उदय की सामाजिक पृष्ठभूमि बताइए।(2012)
- शिवाजी मात्र सैनिक विजेता ही नहीं थे, अपितु एक प्रबुद्ध शासक भी थे। विवेचना कीजिए। (2019)
- छत्रपति शिवाजी के इतिहास के प्रमुख स्रोतों का शिवभारत एवं सभासद खबर के विशेष संदर्भ में परीक्षण कीजिए। (2020)