जनसंख्या, कृषि और शिल्प उत्पादन;
कस्बे, डच, अंग्रेजी और फ्रांसीसी कंपनियों के माध्यम से यूरोप के साथ व्यापार: एक व्यापार क्रांति;
भारतीय व्यापारिक वर्ग, बैंकिंग, बीमा और ऋण प्रणालियाँ;
किसानों की स्थिति, महिलाओं की स्थिति;
सिख समुदाय और खालसा पंथ का विकास

  1. मुगल और यूरोपीय व्यापारिक कंपनियाँ 200 शब्दों से अधिक का संक्षिप्त उत्तर लिखें: ।(1989)
  1. मुगलों के अधीन भू-राजस्व प्रणाली की विशिष्ट विशेषताओं का विश्लेषण करें और मुगल राज्य की ताकत पर इसके प्रभाव को इंगित करें।(1989)
  1. मुगलों और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी पर संक्षिप्त निबंध लिखें।(1994)
  1. क्या आप इस विचार से सहमत हैं कि भारत में तुर्कों और मुगलों के आगमन से उत्पादन के साधनों में कई बदलाव आये? अपने उत्तर के समर्थन में कारण दीजिये।(1995)
  1. मुगल काल के दौरान भारत में शहरी विकास पर अपनी राय दें।(2005)
  1. उन कारकों की जांच करें जो 16वां और 17वां सदियों के दौरान भारत में यूरोपीय व्यापार के उद्घाटन और विकास के लिए जिम्मेदार थे.(2006)
  1. भारत में सोलहवीं और सत्रहवीं शताब्दी के दौरान कृषि और शिल्प उत्पादन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन करें। उन्होंने देश के सामाजिक ताने-बाने को कैसे प्रभावित किया?(2008)
  1. लघु निबंध लिखें: मुगलकालीन भारत की जनसंख्या का अनुमान।(2009)
  1. मध्यकालीन भारतीय नगरों के अध्ययन के विभिन्न दृष्टिकोणों का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें।(2010)
  1. मुगल भारत में विभिन्न प्रकार के कारखानों की चर्चा करें। कारखानों में उत्पादन किस प्रकार व्यवस्थित किया जाता था?(2010)
  1. उत्तरी भारत में मध्यकालीन ग्राम समाज की संरचना बताइये। मध्यकाल में किसानों के प्रतिरोध के निष्क्रिय रूप क्या थे?(2012)
  1. मध्यकालीन भारतीय नगर गाँवों का विस्तार मात्र थे। टिप्पणी।(2012)
  1. मुगल-काल में यूरोप के साथ भारतीय व्यापार का चित्रण कीजिए। (2013)
  1. यूरोपियों के वृत्तान्तों के आधार पर 17 वीं शताब्दी ईस्वी में भारत के कृषि संकट पर प्रकाश डालिए। (2013)
  1.  मुगल मौद्रिक व्यवस्था की समीक्षा कीजिए और सिक्कों के टंकण की उनकी नीति का परीक्षण कीजिए। (2014)
  1. क्या यह कहना समीचीन नहीं होगा कि मुगलकालीन भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था अपेक्षाकृत आत्म-निर्भर थी? (2015)
  1.  “सैकड़ों वर्ष भारत पूर्वी विश्व का लंकाशायर रहा है।” इस विचार का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (2014)
  1. 13 वीं से 17 वीं शताब्दियों ई. के दौरान कृषक वर्ग की दशा का आकलन कीजिए। (2017)
  1.  “मुगल भारत में कृषि का एक महत्वपूर्ण अभिलक्षण किसानों द्वारा बड़ी संख्या में फसलें उगाना था”। उदाहरण देते हुए, स्पष्ट कीजिए। (2018)
  1. मुगलकल में आरम्भिक पूंजीवाद का उद्भव मुख्यतः नगरीकरण एवं वाणिज्यिकरण के कारण हुआ। टिप्पणी कीजिए। (2019)

सिक्की समुदाय और खालसा पंथ का विकास

  1. खालसा पंथ के विकास पर लघु निबंध लिखें।(2008)
  1. सिखों का धर्म उनकी एकता की मुख्य शक्ति था। टिप्पणी कीजिए। (2017)
  1. सिख समुदाय के निर्गुण भक्ति संप्रदाय से राजनीतिक-सैन्य संगठन में परिवर्तन की विवेचना कीजिए। (2021)

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