अकबर की विजय और साम्राज्य का सुदृढ़ीकरण
जाग्रल एवं मनसब व्यवस्था की स्थापना; • राजपूत नीति;
धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण का विकास, सुलह-ए-कुल का सिद्धांत और धार्मिक नीति;
कला और प्रौद्योगिकी का न्यायालय संरक्षण

  1. अकबर के शासनकाल के विशेष संदर्भ में मनसब और जागीर प्रणालियों की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।(1987)
  1. ‘मध्यकालीन भारतीय इतिहास में अकबर अपने धार्मिक-राजनीतिक विचारों और नीतियों के लिए अद्वितीय है।’ कथन पर चर्चा करें और उनकी प्रशासनिक नीतियों और राजस्व प्रशासन के संबंध में शेरशाह के साथ अकबर की तुलना करें।(1990)
  1. मनसबदारी प्रणाली के गुण और दोषों का विश्लेषण करें। अकबर के उत्तराधिकारियों के अधीन यह कैसे काम करता था?(1993)
  1. उपयुक्त उदाहरणों के साथ अकबर के शासन की उदारता पर प्रकाश डालिए।(1997)
  1. संक्षिप्त निबंध लिखिए-राणा प्रताप की देशभक्ति ही उनका एकमात्र अपराध था।(1999)
  1. मनसबदारी प्रथा पर संक्षिप्त निबंध लिखिए।(2002)
  1. अकबर के धार्मिक विचारों के विकास का पता लगाएँ। उनकी सुलह-ए-कुल की नीति पर एक टिप्पणी लिखिए।(2002)
  1. संक्षिप्त निबंध लिखें: क्या दीन-ए-इलाही ‘अकबर की मूर्खता का स्मारक’ था?(2004)
  1. अकबर की धार्मिक सहिष्णुता पर संक्षिप्त निबंध लिखिए।(2006)
  1. अकबर की सुलह-ए-कुल की धारणाओं के निहितार्थ पर लघु निबंध लिखें।(2009)
  1. प्रौद्योगिकी के प्रवर्तक के रूप में अकबर का एक अनुमान दीजिए।(2009)
  1. अकबर द्वारा मनसब और जागीर प्रणाली और 18वीं शताब्दी में इसकी विफलता का परीक्षण करें।(2011)
  1. विश्लेषण कीजिए कि कैसे 10 वीं – 15 वीं शताब्दियों के मध्य मेवाड़ के राज्य निर्माण की राजनैतिक प्रक्रिया 16 वीं शताब्दी में अकबर की साम्राज्यवादी नीति द्वारा चुनौतीग्रस्त हो गई थी। (2013)
  1.  “मध्यकालीन भारतीय इतिहास में, अकबर अपने धार्मिक-राजनीतिक विचारों व नीतियों के कारण अद्वितीय था।” इस कथन का विश्लेषण कीजिए। (2015)
  1. क्या आपके विचार में अकबर की राजपूत नीति विशिष्ट भारतीय शासकों को मुगल साम्राज्य व्यवस्था में समाविष्ट करने का एक सोचा-विचारा प्रयास था ? (2017)
  1. “अकबर ईश्वर में अपने दृढ़ विश्वास को बलपूर्वक कहना चाहता था, परन्तु ईश्वर की पूजा किस ढंग से की जाय इस संबंध में उसकी संकल्पना कट्टर इस्लाम या कट्टर हिन्दुत्व से स्वतंत्र थी।” टिप्पणी कीजिए। (2018)
  1. समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए कि क्या मुगलों की सफलता का श्रेय उनकी सक्षम जागीरदारी तथा मनसबदारी प्रथा के कारण था? (2019)
  1. अकबर और राजपूत राज्यों के बीच संबंधों की प्रासंगिक दृष्टांतों के साथ चर्चा कीजिए। (2021)

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