भारतीय भाषा संथाली वैकल्पिक विषय पेपर- I पाठ्यक्रम (Santhali Literature Syllabus)

खंड-क

भाग-I संथाली भाषा का इतिहास

  1. प्रमुख आस्ट्रिक भाषा परिवार, आस्ट्रिक भाषाओं की संख्या तथा क्षेत्र विस्तार ।
  2. संथाली की व्याकरणिक संरचना ।
  3. संथाली भाषा की महत्वपूर्ण विशेषताएं : ध्वनि विज्ञान, रूप विज्ञान, वाक्य विज्ञान, अर्थ विज्ञान, अनुवाद विज्ञान तथा कोश विज्ञान ।
  4. संथाली भाषा का अन्य भाषाओं का प्रभाव ।
  5. संथाली भाषा पर मानकीकरण ।

भाग-II संथाली साहित्य का इतिहास

  1. संथाली साहित्य के इतिहास के निम्नलिखित चार कालों की साहित्यिक प्रवृत्तियां ।

(क) आदिकाल सन् 1854 ई. के पूर्व का साहित्य ।
(ख) मिशनरी काल सन् 1855 ई. से सन् 1889 ई. तक का साहित्य ।
(ग) मध्य काल सन् 1890 से सन् 1946 ई. तक का साहित्य ।
(घ) आधुनिक काल सन् 1947 ई. से अब तक का साहित्य ।

  1. संथालीसाहित्य के इतिहास में लेखन की परम्परा ।

खण्ड – ख

साहित्यिक स्वरूप :– निम्नलिखित साहित्यिक स्वरूपों की प्रमुख विशेषताएं, इतिहास और विकास

भाग-I संथाली में लोक साहित्य : गीत, कथा, गाथा, लोकोक्तियां, मुहावरे, पहेलियां एवं कुदुम् ।

भाग-II संथाली में शिष्ट साहित्य

  1. पद्य साहित्य का विकास एवं प्रमुख कवि ।
  2. गद्य साहित्य का विकास एवं प्रमुख लेखक :

(क) उपन्यास एवं प्रमुख उपन्यासकार ।
(ख) कहानी एवं प्रमुख कहानीकार ।
(ग) नाटक एवं प्रमुख नाटककार ।
(घ) आलोचना एवं प्रमुख आलोचक ।
(ङ) ललित निबंध, रेखाचित्र, संस्मरण, यात्रा वृतान्त आदि-प्रमुख लेखक ।

संथाली साहित्यकार : श्याम सुन्दर हेम्ब्रम, पं. रघुनाथ मुरम, बाड़हा बेसरा, साधु रामचाँद मुरम, नायारण सोरेन तोडेसुतोम’, सारदा प्रसाद किरकू, रघुनाथ गुड़, कालीपद सोरेन, साकला सोरेन, दिगम्बर, हाँसदा, आदित्य मित्र ‘संताली’, बाबूलाल मुरम ‘आदिवासी’, यदुमनी बेसरा, अर्जुन हेम्ब्रम, कृष्ण चन्द्र टुडू, रूप चाँद हाँसदा, कलेन्द्र नाथ माण्डी, महादेव हाँसदा, गौर चन्द्र मुरम्, ठाकुर प्रसाद मुरम्, हर प्रसाद मुरम्, उदय नाथ मांझी, परिमल हेम्ब्रम, धीरेन्द्र नाथ बारके, श्याम चरण हेम्ब्रम, दमयन्ती बेसरा, टी. के. रापाज, बोयही विश्वनाथ टुडू।

भाग-III संथाली में सांस्कृतिक विरासत :

रीति रिवाज, पर्व-त्योहार एवं संस्कार (जन्म, विवाह एवं मृत्यु) ।


भारतीय भाषा संथाली वैकल्पिक विषय पेपर- II पाठ्यक्रम (Santhali Literature Syllabus)

(उत्तर संथाली में लिखने होंगे)

प्राचीन साहित्य

  1. खेरवाल बसा धोरोम पुथी-मांझी रामदास टुडू “रसिका”।
  2. मारे हापडामको रेबाक काथा-एल.ओ. स्क्रेपसंरूड ।
  3. जोमसिम बिन्ती लिटा-मंगल चन्द्र तुइकूलुमाड., सोरेन ।
  4. माराड. बुरू बिनती-कानाईलाल टुडू ।

पद्य

  1. काराम सेरेब-नुनकू सोरेन ।
  2. देवी दासांय सेरेत्र-मानिन्द हांसबा ।
  3. होड सेरेब-डुबलि, बी. अबीर ।
  4. बाहा सेरेत्र-बलराम टुडू ।
  5. दोड सेरेत्र-पद्मश्री भागवत मुरमू ठाकुर ।
  6. होर सेरेत्र-रघुनाथ मुरमू ।
  7. सोरोंस सेरेत्र–बाबूलाल मुरमू आदिवासी’ ।
  8. मोडे सिब मोडे त्रिदा-रूप चाँद हाँसदाः ।
  9. जुडासी माडवा लातार-तेज नारायण मुरमू ।

खण्ड-ख

आधुनिक साहित्य

भाग-I कविता

  1. ओनोडहें बाहाय डालवाक्-पाउल जुझार सोरेन ।
  2. असाड़ बिनती-नारायण सोरेन तोड़े सुताम’ ।
  3. चांद माला-गोरा चांद टूडू ।
  4. अनतो बाहा माला-आदित्य मित्र ‘संताली’ ।
  5. तिरयी तेताड.-हरिहर हाँसदाः ।
  6. सिसिरजोन राड़-ठाकुर प्रसाद मुरंम् ।

भाग-II उपन्यास

  1. हाड़मावाकूआतो-आर, कार्सटियार्स (अनुवादक-आर.आर. किस्कू रापाज) ।
  2. सानू साती-चन्द्र मोहन हाँसदाः ।
  3. आतू ओडाके-डोमन हाँसदाः ।
  4. ओजोस गाडा ढिप रे- नाथनियल मुरमू ।

भाग-III कहानी

  1. नियोन गाडा-रूपचाँद हाँसदा: एवं यदुमनी बेसरा ।
  2. माया जाल-डोमन साहू समीर’ एवं पद्मश्री भागवत मुर्मू ‘ठाकुर’ ।

भाग-IV नाटक

  1. खेरवाड़ बिर-पं. रघुनाथ मुरमू ।
  2. जुरी खातिर-डा. कृष्ण चन्द्र टुडू ।
  3. बिरसा बिर-रबिलाला टुडू।

भाग-V जीवन साहित्य

  1. संताल को रेन मायाड, गोहाको-डा. विश्वनाथ हाँसदा ।

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