राज्यों का गठन (महाजनपद): गणराज्य और राजतंत्र; शहरी केन्द्रों का उदय; व्यापार मार्ग;
आर्थिक विकास; सिक्के का परिचय; जैन धर्म और बौद्ध धर्म का प्रसार; मगध और नंदों का उदय।
ईरानी और मैसेडोनियन आक्रमण और उनका प्रभाव।
- बौद्ध धर्म के उदय के सामाजिक एवं आर्थिक कारकों पर चर्चा करें। यह उपनिषदीय विचारधारा से कहाँ तक प्रभावित था?(1987)
- इस पर 200 से अधिक शब्दों के लघु निबंध लिखें: छठी शताब्दी ईसा पूर्व में बौद्धिक क्रांति।(1988)
- गैर-राजशाही राज्य के प्रति इसकी नीति के विशेष संदर्भ में नंदों के समय तक मगध साम्राज्यवाद के उदय का पता लगाएं। इसकी सफलता में योगदान देने वाले कारकों पर चर्चा करें।(1990)
- मौर्य पूर्व काल के गणराज्यों का विवरण दीजिए। उन कारकों पर चर्चा करें जिन्होंने उनकी गिरावट में योगदान दिया।(1992)
- प्रारंभिक जैन धर्म के सार पर संक्षिप्त निबंध लिखें।(1995)
- प्री-मौर्य काल (600-325 ईसा पूर्व) के दौरान उत्तर भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थितियों पर संक्षिप्त निबंध लिखें।(1996)
- अशोक महान के शासनकाल तक मगध साम्राज्यवाद की सफलता के कारणों का विश्लेषण करें।(2001)
- “छठी शताब्दी ईसा पूर्व भारत में धार्मिक और आर्थिक अशांति का काल था।” टिप्पणी कीजिए ।(2003)
- बौद्ध धर्म के सामाजिक पहलुओं की व्याख्या करें और भारत में इसके पतन का कारण बताएं।(2004)
- पहली शताब्दी ई.पू. से पहले बौद्ध धर्म के उदय और प्रसार के बारे में आप जो जानते हैं उसे लिखें।(2007)
- जैन सिद्धांतों के महत्व और मानवता के लिए उनकी प्रासंगिकता का आकलन करें।(2011)
- प्राचीन भारत के मानव इतिहास के विकास में लौह प्रौद्योगिकी की शुरूआत का मूल्यांकन करें।(2011)
- व्याख्या कीजिए कि कैसे प्रारम्भिक स्तूप कला ने लॉक अभिप्राय तथा कथाएं तथा सामान्य सांस्कृतिक प्रतीकों को प्रयोग करते हुए इन विषयों को बौद्ध आदर्शों में परिवर्तित करने में सफलता प्राप्त की। (2013)
- महात्मा बुद्ध की शिक्षाएं एक बड़ी सीमा तक वर्तमान समाज की समस्याओं को समझने एवं उनके निराकरण में सहायक हो सकती हैं। आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (2014)
- यह कहना कहाँ तक सही है कि वैदिकोत्तर काल की अर्थव्यवस्था में हुए परिवर्तनों ने भारत में नए धार्मिक आन्दोलनों को जन्म दिया था? (2015)
- लगभग सातवीं शताब्दी ई ० पू ० तक आर्थिक संवृद्धि, नगरीकरण एवं राज्य गठन के बीच सम्बन्धों का परीक्षण कीजिए। (2016)
- बौद्धधर्म एवं जैनधर्म, धर्म के छात्र के अधीन सामाजिक आन्दोलन थे। टिप्पणी कीजिए। (2017)
- गण-संघों (गैर-राजतंत्रीय राज्य प्रणालियाँ) का विवरण प्रस्तुत कीजिए। उनका पतन किस कारण हुआ था ? (2018)
- श्रमानिक धर्मों की संकल्पना के मूल, बौद्ध-धर्म के विशेष संदर्भ में, उपनिषदीय विचारों में थे। विवेचना कीजिए। (2018)
- उत्तर वैदिक कालोपरांत नगरीकरण की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कारकों की विवेचना कीजिए। (2020)
- यद्यपि भारत पर सिकन्दर के आक्रमण के दीर्घकालिक प्रभावों के पुनर्मूल्यांकन की आवश्यकता है, अनेक विद्वानों ने सिकन्दर को ‘महान’ माना है। टिप्पणी कीजिए। (2020)
- “शासकों की राजनैतिक व आर्थिक आवश्यकताओं ने व्यापारी वर्ग की आर्थिक व सामाजिक स्थिति की जरूरतों से मिलकर एकसाथ ग्रहणशील सांस्कृतिक वातावरण प्रदान किया जिसमें बौद्ध धर्म विकसित हुआ।” टिप्पणी कीजिए। (2021)