पाठ्यक्रम (Syllabus): प्रश्नपत्र-2 सामान्य अध्ययन-1: (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल तथा समाज)

विषय (Subject) : सामान्य अध्ययन (पेपर -1) General Studies (GS) Paper -1
साल (Year): 2014
माध्यम (Medium): Hindi

प्रश्न 1. सिंधु घाटी सभ्यता की नगरीय आयोजना और संस्कृति ने किस सीमा तक वर्तमान युगीन नगरीकरण को निवेश (इनपुट) प्रदान किए हैं? चर्चा कीजिए।

प्रश्न 2. गांधार मूर्तिकला रोमनिवासियों की उतनी ही ऋणी थी जितनी कि वह यूनानियों की थी। स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 3. तक्षशिला विश्वविद्यालय विश्व के प्राचीनतम विश्वविद्यालयों में से एक था जिसके साथ विभिन्न शिक्षण-विषयों के अनेक विख्यात विद्वानी व्यक्तित्व संबंधित थे। उसकी रणनीतिक अवस्थिति के कारण उसकी कीर्ति फैली, लेकिन नालन्दा के विपरीत, उसे आधुनिक अभिप्राय में विश्वविद्यालय नहीं समझा जाता। चर्चा कीजिए।

प्रश्न 4. पानीपत का तीसरा युद्ध 1761 में लड़ा गया था। क्या कारण हैं कि इनती अधिक साम्राज्य प्रकंपी लड़ाइयां पानीपत में लड़ी गई थीं?

प्रश्न 5. सूफी और मध्यकालीन रहस्यवादी सिद्ध पुरूष हिन्दु/मुसलमान समाजों के धार्मिक विचारों, और रीतियों को या उनकी बाह्य संरचना को पर्याप्त सीमा तक रूपांतरित करने में विफल रहे। टिप्पणी कीजिए।

प्रश्न 6. भारत में अठारहवीं शताब्दी के मध्य से स्वतंत्रता तक अंग्रेजी की आर्थिक नीतियों के विभिन्न पक्षों का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

प्रश्न 7. किन प्रकारों से नौसैनिक विद्रोह भारत में अंग्रेजों की औपनिवेशिक महत्वाकांक्षाओं की शव-पेटिका में लगी अंतिम कील साबित हुआ था?

प्रश्न 8. विश्व में घटित कौन-सी मुख्य राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक गतिविधयों ने भारत में उपनिवेश-विरोधी संघर्ष को प्रेरित किया?

प्रश्न 9. 1956 में स्वेज संकट को पैदा करने वाली घटनाएं क्या थी? उसने एक विश्व शक्ति के रूप में ब्रिटेन की आत्म-छवि पर किस प्रकार अंतिम प्रहार किया?

प्रश्न 10. लेनिन की नव आर्थिक नीति – 1921 ने स्वतंत्रता के शीघ्र पश्चात् भारत द्वारा अपनाई गई नीतियों को प्रभावित किया था। मूल्यांकन कीजिए।

प्रश्न 11. भारत में एक मध्यम-वर्गीय कामकाजी महिला की अवस्थिति को पितृतंत्र किस प्रकार प्रभावी करता है?

प्रश्न 12. क्या कारण है कि भारत के कुछ अत्यधिक समृद्ध प्रदेशों में महिलाओं के लिए प्रतिकूल स्त्री-पुरूष अनुपात है? अपने तर्क पेश कीजिए।

प्रश्न 13. संयुक्त परिवार का जीवन चक्र सामाजिक मूल्यों के बजाय आर्थिक कारकों पर निर्भर करता है। चर्चा कीजिए।

प्रश्न 14. ऐसे विभिन्न आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक बलों पर चर्चा कीजिए, जो भारत में कृषि के बढ़ते हुए महिलाकरण को प्रेरित कर रहे हैं।

प्रश्न 15. धर्मनिपेक्षता पर भारतीय वाद-विवाद, पश्चिम में वाद-विवादों से किस प्रकार भिन्न है?

प्रश्न 16. असामान्य जलवायवी घटनाओं में से अधिकांश एल-नीनो प्रभाव के परिणाम के तौर पर स्पष्ट की जाती हैं। क्या आप सहमत हैं?

प्रश्न 17. क्या कारण है कि संसार का वलित पर्वत तंत्र उपमहाद्वीपों के सीमांतों के साथ-साथ उपस्थित है? वलित पर्वतों के वैश्विक वितरण और भूकंपों एवं ज्वालामुखीयों के बीच साहचर्य को उजागर कीजिए।

प्रश्न 18. इंडोनेशियाई और फिलिपीनी द्वीपसमूहों में हजारों द्वीपों के विरचन की व्याख्या कीजिए।

प्रश्न 19. उष्णकटिबंधीय चक्रवात अधिकांशतः दक्षिणी चीन सागर, बंगाल की खाड़ी और मैक्सिकों की खाड़ी तक ही परिसीमित रहते हैं। ऐसा क्यों है?

प्रश्न 20. भारतीय उप-महाद्वीप में घटती हुई हिमालयी हिमनदियों और जलवायु परिवर्तन के लक्षणों के बीच संबंध उजागर कीजिए।

प्रश्न 21. जबकि अंग्रेज बागाान-मालिकों ने असम से हिमाचल प्रदेश तक शिवालिक पर्वतमाला और निम्न हिमालय के साथ-साथ चाय बागान विकसित किए थे, परिणाम में वे दार्जिलिंग क्षेत्र से बाहर सफल नहीं हुए। स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 22. क्या कारण है कि भारत में हरित क्रांति प्रदेश में उर्वरक मृदा और जल की बढि़या उपलब्धता के बावजूद, असलियत में उससे बच कर आगे निकल गई?

प्रश्न 23. विश्व में लौह एवं इस्पात उद्योग के स्थानिक प्रतिरूप में परिवर्तन का विवरण कीजिए।

प्रश्न 24. विश्व में संसाधन संकट से निपटने के लिए महासागरों के विभिन्न संसाधनों, जिनका उपयोग किया जा सकता है, का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।

प्रश्न 25. उभरते प्राकृतिक संसाधन समृद्ध अफ्रीका के आर्थिक क्षेत्र में भारत अपना क्या स्थान देखता है?


पाठ्यक्रम (Syllabus): प्रश्नपत्र-3: सामान्य अध्ययन-2: (शासन व्यवस्था, संविधान, राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध)

विषय (Subject) : सामान्य अध्ययन (पेपर -2) General Studies (GS) Paper -2
साल (Year): 2014
माध्यम (Medium): Hindi

प्रश्न 1. ‘आधारिक संरचना’ के सिद्धांत से प्रारंभ करते हुए, न्यायपालिका ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि भारत एक उन्नतिशील लोकतंत्र के रूप में विकसित करे, एक उच्चतः अग्रलक्षी भूमिका निभाई है। इस कथन के प्रकाश में, लोकतंत्र के आदर्शाे की प्राप्ति के लिए हाल के समय में ‘न्यायिक सक्रियतावाद’ द्वारा निभाई भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।

प्रश्न 2. यद्यपि परिसंघीय सिद्धांत हमारे संविधान में प्रबल है और वह सिद्धांत संविधान के आधारिक अभिलक्षणों में से एक है, परंतु यह भी इतना ही सत्य है कि भारतीय संविधान के अधीन परिसंघवाद सशक्त केंद्र के पक्ष में झुका हुआ है। यह एक ऐसा लक्षण है जो प्रबल परिसंघवाद की संकल्पना के विरोध में है। चर्चा कीजिए।

प्रश्न 3. संसद और उसके सदस्यों की शक्तियां, विशेषाधिकार और उन्मुक्तियाँ, जैसे कि वे संविधान की धारा 105 में परिकल्पित हैं, अनेकों असंहिताबद्ध और अ-परिगणित विशषाधिकारों के जारी रहने का स्थान खाली छोड़ देती हैं। संसदीय विशेषाधिकारों के विधिक संहिताकरण की अनुपस्थिति के कारणों का आकलन कीजिए। इस समस्या का क्या समाधान निकाला जा सकता है?

प्रश्न 4. आप ‘वाक् और अभिव्यक्ति स्वातंत्रय’ संकल्पना से क्या समझते है? क्या इसकी परिधि में घृणा वाक् भी आता है? भारत में फिल्में अभिव्यक्ति के अन्य रूपों से तनिक भिन्न स्तर पर क्यों है? चर्चा कीजिए।

प्रश्न 5. मृत्यु दंडादेशों के लघूकरण में राष्ट्रपति के विलंब के उदाहरण न्याय प्रत्याख्यान के रूप में लोक वाद-विवाद के अधीन आए हैं। क्या राष्ट्रपति द्वारा ऐसी याचिकाओं को स्वीकार करने/अस्वीकार करने के लिए एक समय सीमा का विशेष रूप से उल्लेख किया जाना चाहिए? विश्लेषण कीजिए।

प्रश्न 6. मंत्रिमंडल का आकार उतना होना चाहिए कि जितना सरकारी कार्य सही ठहराता हो और उसको उतना बड़ा होना चाहिए कि जितने को प्रधानमंत्री एक टीम के रूप में संचालन कर सकता हो। उसके बाद सरकार की दक्षता किस सीमा तक मंत्रिमंडल के आकार से प्रतिलोमतः संबंधित है? चर्चा कीजिए।

प्रश्न 7. यद्यपि 100 प्रतिशत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश पहले से व्यापर प्रकाशन और सामान्य मनोरंजन चौनल जैसे समाचार-इतर मीडिया में अनुमत है, तथापि सरकार काफी कुछ समय से समाचार मीडिया में वर्धित एफ-डी-आई- के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। एफ.डी.आई. में बढ़ोतरी क्या अंतर पैदा करेगी? समालोचनापूर्वक इसके पक्ष-विपक्ष का मूल्यांकन कीजिए।

प्रश्न 8. किरायों का विनियमन करने के लिए रेल प्रशुल्क प्राधिकरण की स्थापना आमदनी-बंधे भारती रेलवे को गैर-लाभकारी मार्गों और सेवाओं को चलाने के दायित्व के लिए सहायिकी मांगने पर मजबूत कर देगी। विद्युत क्षेत्रक के अनुभव को सामने रऽते हुए चर्चा कीजिए कि क्या प्रस्तावित सुधार से उपभोक्ताओं, भारतीय रेलवे या कि निजी कंटेनर प्रचालकों को लाभ होने की आशा है।

प्रश्न 9. भारत में राष्ट्रीय मानव अधिकारी आयोग सर्वाधिक प्रभावी तभी हो सकता है, जब इसके कार्यों को सरकार की जवाबदेही को सुनिश्चित करने वाले अन्य नागरिकों का पर्याप्त समर्थन प्राप्त हो। उपरोक्त टिप्पणी में प्रकाश में, मानव अधिकार मानकों को प्रोन्नति करने और उनकी रक्षा करने में, न्यायपालिका और अन्य संस्थाओं के प्रभावी पूरक के तौर पर, एन.एच.आर.सी. की भूमिका का आकलन कीजिए।

प्रश्न 10. ग्रामीण क्षेत्रें में विकास कार्यक्रमों में भागीदारी का प्रोन्नति करने में स्वावलंबन समूहों के प्रवेश को सामाजिक-सांस्कृतिक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। परीक्षण कीजिए।

प्रश्न 11. क्या कमजोर और पिछड़े समुदायों के लिए आवश्यक सामाजिक संसाधनों को सुरक्षित करने के द्वारा, उनकी उन्नति के लिए सरकारी योजनाएं, शहरी अर्थव्यवस्थाओं में व्यवसायों की स्थापना करने में उनकों बहिष्कृत कर देती है?

प्रश्न 12. खिलाड़ी औलंपिक्स में व्यक्तिगत विजय और देश के गौरव के लिए भाग लेता हैः वापसी घर, विजेताओं पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा नकद प्रोत्साहनों की बौछार की जाती है। प्रोत्साहन के तौर पर पुरस्कार कार्यविधि के तर्काधार के मुकाबले, राज्य प्रायोजित प्रतिभा खोज और उसके पोषण के गुणावगुण पर चर्चा कीजिए।

प्रश्न 13. क्या आई.आई.टी./आई.आई.एम. जैसे प्रमुख संस्थानों को अपनी प्रमुख स्थिति को बनाए रखने की, पाठ्यक्रमों को डिजाइन करने में अधिक शैक्षिक स्वतंत्रता की और साथ ही छात्रों को चयन की विधाओं/कसौटियों के बारे में स्वयं निर्णय लेने की अनुमति दी जानी चाहिए? बढ़ती हुई चुनौतियों के प्रकाश में चर्चा कीजिए।

प्रश्न 14. क्या संवर्ग आधारित सिविल सेवा संगठन भारत में धीमे परिवर्तन का कारण रहा है? समालोचनापूर्वक परीक्षण कीजिए।

प्रश्न 15. सरकार की दो समांतर चलाई जा रही योजनाओं, यथा ‘आधार कार्ड’ और ‘राष्ट्रीय रजिस्टर’ एक स्वैच्छिक और दूसरी अनिवार्य, ने राष्ट्रीय स्तरों पर वाद-विवादों को मुकदमों को जन्म दिया है। गुणो-अवगुणों के आधार पर चर्चा कीजिए कि क्या दोनों योजनाओं को साथ-साथ चलाना आवश्यक है या नहीं है। इन योजनाओं की विकासात्मक लाभों और न्यायोचित संवृद्धि को प्राप्त करने की संभाव्यता का विश्लेषण कीजिए।

प्रश्न 16. दक्षिण चीन सागर के मामले में, समुद्री भूभागीय विवाद और बढ़ता हुआ तनाव समस्त क्षेत्र में नौपरिवहन की और उपरी उड़ान की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के लिए समुद्री सुरक्षा की आवश्यकता की अभिपुष्टि करते है। इस संदर्भ में भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा कीजिए।

प्रश्न 17. सूचना प्रौद्योगिकी समझौतों का उद्देश्य हस्ताक्षरकर्ताओं द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी उत्पादों पर सभी करों और प्रशुल्कों को कम करके शून्य पर लाना है। ऐसे समझौतों पर भारत के हितों पर क्या प्रभाव होगा?

प्रश्न 18. अंतरर्राष्ट्रीय निधीयन संस्थाओं में से कुछ की आर्थिक भागीदारी के लिये विशेष शर्ते होती है, जो शर्त लगाती है कि उपस्कर के स्रोतन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सहायता का एक बड़ा भाग, अग्रणी देशों से उपस्कर स्रोतन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसी शर्तों के गुणों-अवगुणों पर चर्चा कीजिए और क्या भारतीय संदर्भ में ऐसी शर्ते को स्वीकार न करने की एक मजबूत स्थिति विद्यमान है।

प्रश्न 19. भारत ने हाल ही में ‘‘नव विकास बैंक’’ और साथ ही ‘‘एशियाई आधारिक संरचना निवेश बैंक’’ के संस्थापक सदस्य बनने के लिए हस्ताक्षर किये हैं। इन दो बैंकों की भूमिकाएं एक दूसरे से किस प्रकार भिन्न होगी? भारत के लिये इन दो बैंकों के रणनीतिक महत्व पर चर्चा कीजिए।?

प्रश्न 20. विश्व व्यापार संगठन एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्था है, जहां लिए गए निर्णय देशों के गहराई से प्रभावित करते हैं। डब्ल्यू.टी.ओ. का क्या अधिदेश है और उसके निर्णय किस प्रकार बंधनकारी है? खाद्य सुरक्षा पर विचार-विमर्श के पिछले चक्र पर भारत के दृढ़-मत का समालोचनापूर्वक विश्लेषण कीजिए।


पाठ्यक्रम (Syllabus): प्रश्नपत्र-4: सामान्य अध्ययन-3: (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा- प्रबंधन)

विषय (Subject) : सामान्य अध्ययन (पेपर -3) General Studies (GS) Paper -3
साल (Year): 2014
माध्यम (Medium): Hindi

प्रश्न 1. सामान्यतः देश कृषि से उद्योग और बाद में सेवाओं को अन्तरित होते है पर भारत सीधे ही कृषि से सेवाओं को अन्तरित हो गया है। देश में उद्योग के मुकाबले सेवाओं की विशाल संवृद्धि के क्या कारण है? क्या भारत सशक्त औद्योगिक आधार के बिना एक विकसित देश बन सकता है?

प्रश्न 2. ‘‘जिस समय हम भारत के जनसांख्किीय लाभांश को शान से प्रर्दशित करते है, उस समय हम रोजगार-योग्यता की पतनशील दरों को नजरअंदाज कर देते है।’’ क्या हम ऐसा करने में कोई चूक कर रहे है? भारत को जिन जॉबों की बेसबरी से दरकार है, वे जॉब कहां से आएंगे? स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 3. एक दृष्टिकोण यह भी है कि अधिनियमों के अधीन स्थापित कृषि उत्पादन समितियों ने भारत में न केवल कृषि के विकास को बाधित किया है, बल्कि खाद्यवस्तु महंगाई का कारण भी रही हैं। समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

प्रश्न 4. ‘‘गाँवों में सहकारी समिति को छोड़कर, ऋण संगठन का कोई भी अन्य ढांचा उपयुक्त नही होगा।’’ – अखिल भारतीय ग्रामीण ऋण सर्वेक्षण।

भारत में कृषि वित की पृष्ठभूमि में, इस कथन पर चर्चा कीजिए। कृषि वित्त प्रदान करने वाली वित्तीय संस्थाओं को किन बाध्यताओं और कसौटियों का सामना करना पड़ता है? ग्रामीण सेवार्थियों तक बेहतर पहुंच और सेवा के लिए प्रौद्योगिकी का किस प्रकार इस्तेमाल किया जा सकता है?

प्रश्न 5. भूमि अर्जन, पुनरूद्वार और पुनर्वासान में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 पहली जनवरी, 2014 से प्रभावी हो गया है। इस अधिनियम के लागू होने से कौन-से महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान निकलेगा? भारत में उद्योगीकरण और कृषि पर इसके क्या परिणाम होंगे?

प्रश्न 6. पूंजीवाद ने विश्व अर्थव्यवस्था का अभूतपूर्व स्मृद्धि तक दिशा-निर्देशन किया है। परंतु फिर भी, वह अक्सर अदूरदर्शिता को प्रोत्साहित करता है तथा धनवानों और निर्धनों के बीच विस्तृत असमताओं को बढ़ावा देता है। इसके प्रकाश में, भारत में समावेशी संवृद्धि को लाने के लिए क्या पूंजीवाद में विश्वास करना और उसको अपना लेना सही होगा? चर्चा कीजिए।

प्रश्न 7. समझाइए कि दीर्घकालिक पक्वनावधि आधारिक संरचना परियोजनाओं में निजी लोक भागीदारी किस प्रकार अधारणीय देयताओं को भविष्य पर अन्तरित कर सकती है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उत्तरोतर पीढि़यों की सक्षमताओं के साथ कोई समझौता न हो, क्या व्यवस्थाएं स्थापित की जानी चाहिए?

प्रश्न 8. राष्ट्रीय नगरीय परिवहन नीति ‘वाहनों की आवाजाही’ के बजाय लोगों की आवाजाही पर बल देती है? इस संबंध में सरकार की विविध रणनीतियों की सफलता की आलोचनात्मक चर्चा कीजिए।

प्रश्न 9. रक्षा क्षेत्रक में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को अब उदारीकृत करने की तैयारी है। भारत की रक्षा और अर्थव्यवस्था पर अल्पकाल और दीर्घकाल में इसके क्या प्रभाव अपेक्षित हैं?

प्रश्न 10. भारतीय विश्वविद्यालयों में वैज्ञानिक अनुसंधान का स्तर गिरता जा रहा है, क्योंकि विज्ञान में कैरियर उतना आकर्षक नहीं है जितना कि वह कारोबार संव्यवसाय, इंजीनियरी या प्रशासन में है, और विश्वविद्यालय उपभोक्ता-उन्मुखी होते जा रहे हैं। समालोचनात्मक टिप्पणी कीजिए।

प्रश्न 11. क्या ऐन्टीबायोटिकों का अति-उपयोग और डॉक्टरी नुस्ख़े के बिना मुक्त उपलब्धता, भारत में औषधि-प्रतिरोधी रोगों के आविर्भाव के अंशदाता हो सकते हैं? अनुवीक्षण और नियंत्रण की क्या क्रियाविधियां उपलब्ध है? इस संबंध में विभिनन मुद्दों पर समालोचनापूर्वक चर्चा कीजिए।

प्रश्न 12. वैश्वीकृत संसार में, बौद्धिक अधिकारों का महत्व हो जाता है और वे मुकद्दमेबाजी का एक स्रोत हो जाते हैं। कॉपीराइट, पेटेंट और व्यापार गुप्तियों के बीच मोटे तौर पर विभेदन कीजिए।

प्रश्न 13. क्या यू.एन.एफ.सी.सी. के अधीन स्थापित कार्बन क्रेडिट और स्वच्छ विकास यांत्रिकत्वों का अनुसरण जारी रखा जाना चाहिए, यद्यपि कार्बन क्रेडिट के मूल्य में भारी गिरावट आयी है? आर्थिक संवृद्धि के लिए भारत की उर्जा आवश्यकताओं की दृष्टि से चर्चा कीजिए।

प्रश्न 14. सूखे को उसके स्थानिक विस्तार, कालिक अवधि, मंथर प्रारम्भ और कमजोर वर्गों पर स्थायी प्रभावों की दृष्टि से आपदा के रूप में मान्यता दी गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सितंबर 2010 मार्गदर्शी सिद्धान्तों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में एल नीनो और ला नीना के संभावित दुष्प्रभावों से निपटने के लिए तैयारी की कार्यविधियों पर चर्चा कीजिए।

प्रश्न 15. सरकार द्वारा किसी परियोजना को अनुमति देने से पूर्व, अधिकारिक पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अध्ययन किय जा रहे है। कोयला गर्त-शिखरों पर अवस्थित कोयला-अग्नित तापीय संयंत्रों के पर्यावरणीय प्रभावों पर चर्चा कीजिए।

प्रश्न 16. ‘‘बहुधार्मिक व बहुजातिय समाज के रूप में भारत की विविध प्रकृति, पड़ोस में दिख रहे अतिवाद के संघात के प्रति निरापद नहीं है।’’ ऐसे वातावरण के प्रतिकार के लिए अपनाए जाने वाली रणनीतियों के साथ विवेचाना कीजिए।

प्रश्न 17. अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन नियम सभी देशों को अपने भूभाग के ऊपर के आकाशी क्षेत्र पर पूर्ण और अनन्य प्रभुता प्रदान करते हैं। आप ‘आकाशी क्षेत्र’ से क्या समझते है? इस आकाशी क्षेत्र के ऊपर के आकाश के लिए इन नियमों के क्या निहितार्थ हैं? इससे प्रसूत चुनौतियों पर चर्चा कीजिए और ऽतरे को नियंत्रण करने के तरीके सुझाइए।

प्रश्न 18. भारत की सुरक्षा को गैर-कानूनी सीमापार प्रवसन किस प्रकार एक खतरा प्रस्तुत करता है? इसे बढ़ावा देने के कारणों को उजागर करते हुए ऐसे प्रवसन को रोकने की रणनीतियों का वर्णन कीजिए।

प्रश्न 19. 2012 में समुद्री डकैती के उच्च-जोखिम क्षेत्रों के लिए देशांतरी अंकन अन्तर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन द्वारा अरब सागर में 65° पूर्व से 78° पूर्व तक खिसका दिया गया था। भारत के समुद्री सुरक्षा सरोकारी पर इसका क्या परिणाम है?

प्रश्न 20. चीन और पाकिस्तान ने एक आर्थिक गलियारे के विकास के लिए समझौता किया है। यह भारत की सुरक्षा के लिए क्या खतरा प्रस्तुत करता है? समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।


पाठ्यक्रम (Syllabus): प्रश्नपत्र-5: सामान्य अध्ययन-4: (नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिवृत्ति)

विषय (Subject) : सामान्य अध्ययन (पेपर -4) General Studies (GS) Paper -4
साल (Year): 2014
माध्यम (Medium): Hindi

खण्ड – A (Section – A)

प्रश्न 1.

  1. सभी मानव सुख की आकांक्षा करते हैं। क्या आप सहमत है? आपके लिए सुख का क्या अर्थ है? उदाहरण प्रस्तुत करते हुए स्पष्ट कीजिए।
  2. मानव जीवन में नैतिकता किस बात की प्रोन्नति करने की चेष्टा करती है? लोक-प्रशासन में यह और भी अधिक महत्वपूर्ण क्यों है?

प्रश्न 2.

  1. रक्षा सेवाओं के संदर्भ में, ‘देशभक्ति’ राष्ट्र की रक्षा करने में अपना जीवन उत्सर्ग करने तक ही तत्परता की अपेक्षा करती है। आपके अनुसार, दैनिक असैनिक जीवन में देशभक्ति का क्या तात्पर्य है? उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इसको स्पष्ट कीजिए और अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दीजिए।
  2. लोक-जीवन में ‘सत्यनिष्ठा’ से आप क्या समझते हैं? आधुनिक काल में इसके अनुसार चलने में क्या कठिनाइयाँ हैं? इन कठिनाइयों पर किस प्रकार विजय प्राप्त कर सकते हैं?

प्रश्न 3.

  1. ‘‘ज्ञान के बिना ईमानदारी कमजोर और व्यर्थ है, परन्तु ईमानदारी के बिना ज्ञान ऽतरनाक और भयानक होता हैं।’’ इस कथन से आप क्या समझते हैं? आधुनिक संदर्भ से उदाहरण लेते हुए अपने अभिमत को स्पष्ट कीजिए।
  2. ‘मनुष्यों के साथ सदैव उनको, अपने-आप में ‘लक्ष्य’ मानकर व्यवहार करना चाहिए, कभी भी उनको केवल ‘साधन’ नहीं मानना चाहिए।’’ आधुनिक तकनीकी-आर्थिक समाज में इस कथन के निहितार्थों का उल्लेख करते हुए इसका अर्थ और महत्व स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 4.

  1. जीवन में नैतिक आचरण के संदर्भ में आपको किस विख्यात व्यक्ति ने सर्वाधिक प्रेरणा दी? उसकी शिक्षाओं का सार प्रस्तुत कीजिए। विशिष्ट उदाहरण देते हुए वर्णन कीजिए कि आप अपने नैतिक विकास के लिए उन शिक्षाओं को किस प्रकार लागू कर पाए हैं।
  2. लोक-सेवकों पर भारी नैतिक उतरदायित्व होता है, क्योंकि वे सत्ता के पदों पर आसीन होते हैं, लोक-निधियों की विशाल राशियों पर कार्रवाई करते हैं, और उनके निणर्यों का समाज और पर्यावरण पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। ऐसे उतरदायित्व को निभाने के लिए, अपनी नैतिक सक्षमता पुष्ट करने हेतु आपने क्या कदम उठाए हैं?

प्रश्न 5.

  1. वर्तमान समाज व्यापक विश्वास-न्यूनता से ग्रसित है। इस स्थिति के व्यक्तिगत कल्याण और सामाजिक कल्याण के संदर्भ में क्या परिणाम है? आप अपने को विश्वसनीय बनाने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर क्या कर सकते है?
  2. अक्सर कहा जाता है कि निर्धनता भ्रष्टाचार की ओर प्रवृत करती है। परन्तु, ऐसे भी उदाहरण की कोई कमी नहीं है जहां संपन्न एवं शक्तिशाली लोग बड़ी मात्रा में भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं। लोगों में व्याप्त भ्रष्टाचार के आधारभूत कारण क्या है? उदाहरणों के द्वारा अपने उत्तर को सम्पुष्ट कीजिए।

प्रश्न 6. सामाजिक समस्याओं के प्रति व्यक्ति की अभिवृत्ति के निर्माण में कौन-से कारक प्रभाव डालते हैं? हमारे समाज में अनेक सामाजिक समस्याओं के प्रति विषम अभिवृत्तियां व्याप्त हैं। हमारे समाज में जाति प्रथा के बारे में क्या-क्या विषम अभिवृत्तियां आपको दिखाई देती हैं? इन विषम अभिवृत्तियों के अस्तित्व को आप किस प्रकार स्पष्ट करते हैं?

प्रश्न 7. लोक-सेवा के संदर्भ में ‘जवाबदेही’ का क्या अर्थ हैं? लोक-सेवकों की व्यक्तिगत और सामूहिक जवाबदेही को सुनिश्चित करने के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते है?

प्रश्न 8. हमें देश में महिलाओं के प्रति यौन-उत्पीड़न के बढ़ते हुए दृष्टांत दिखाई दे रहे हैं। इस कुकृत्य के विरूद्ध विद्यमान विधिक उपबंधों के होते हुए भी, ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ रही है। इस संकट से निपटने के लिए कुछ नवाचारी उपाय सुझाए।

खण्ड-B (Section – B)

प्रश्न 9. निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए प्रकरणों को ध्यानपूर्वक पढि़ए और उसके बाद पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिएः

आजकल समस्त विश्व में आर्थिक विकास पर अधिक जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही साथ, विकास के कारण पैदा होने वाले पर्यावरणीय क्षरण के सम्बन्ध में चिन्ता भी बढ़ रही है। अनेकों बार, हमारे सामने विकासिक कार्यकलापों और पर्यावरणीय गुणता के बीच सीधा विरोध दिखाई पड़ता है। विकासिक प्रक्रम को रोक देना या उसमें काट-छांट कर देना भी साध्य नहीं है, और ना ही पर्यावरण के क्षरण को बढ़ने देना उचित है, क्योंकि यह तो हमारे सबके जीवन के लिए ही खतरा है।

ऐसे कुछ साध्य रणनीतियों पर चर्चा कीजिए, जिनकों इस द्वन्द्व का शमन करने के लिए अपनाया जा सकता हो और जो हमें धारणीय विकास की ओर ले जा सकती हों।

प्रश्न 10.

मान लीजिए कि आपके निकट मित्रों में से एक, जो स्वयं सिविल सेवा में जाने के लिए प्रयत्नशील है, वह लोक-सेवा में नैतिक आचरण से संबंधित कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आपके पास आता है। वह निम्नलिखित बिन्दुओं को उठाता हैः

1- आज के समय में, जब अनैतिक वातावरण काफी फैला हुआ है, नैतिक सिद्धांतों से चिपके रहने के व्यक्तिगत प्रयास, व्यक्ति के कैरियर में अनेक समस्याएं पैदा कर सकते हैं। ये परिवार के सदस्यों पर कष्ट पैदा करने और साथ ही साथ स्वयं के जीवन पर जोख़िम का कारण भी बन सकते हैं। हम क्यों न व्यावहारिक बनें और न्यूनतम प्रतिरोध के रास्ते का अनुसरण करें, और जितना अच्छा हम कर सकें, उसे ही करके प्रसन्न रहें?

2- जब इतने अधिक लोग गलत साधनों को अपना रहे है और तंत्र को भारी नुकसान पहुंचा रहे है, तब क्या फर्क पड़ेगा यदि केवल कुछ-एक लोग ही नैतिकता की चेष्टा करे? वे अप्रभावी ही रहेंगे और निश्चित रूप से अन्नतः निराश हो सकते।

3- यदि हम नैतिक सोच-विचार के बारे में अधिक बतंगड़ बनाएंगे, तो क्या इससे देश की आर्थिक उन्नति में रूकावट नहीं आएगी? असलियत में, उच्च प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में, हम विकास की दौड़ में पीछे छूट जाने को सहन नहीं कर सकते।

4- यह तो समझ आता है कि भारी अनैतिक तौर-तरीकों में हमे फंसना नहीं चाहिए, लेकिन छोटे-मोटे उपहारों को स्वीकार करना और छोटी-मोटी तरफदारियां करना सभी के अभिप्रेरण में वृद्धि कर देता है। यह तंत्र को और भी अधिक सुचारू बना देता है। ऐसे तौर-तरीकों को अपनाने में गलत क्या है?

उपरोक्त दृष्टिकोण का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। इस विश्लेषण के आधार पर अपने मित्र को आपकी क्या सलाह रहेगी।

प्रश्न 11.

आप अनाप-शनाप न सहने वाले, ईमानदार अधिकारी हैं। आपका तबादला एक सुदूर जिले में एक ऐसे विभाग के प्रमुख के रूप में कर दिया गया है, जो अपनी अदक्षता और संवेदनहीनता के लिए कुख्यात है। आप पाते हैं कि इस घटिया कार्य-स्थिति का मुख्य कारण कर्मचारियों के एक भाग में अनुशासनहीनता है। वे स्वयं तो कार्य करते नहीं है और दूसरों के कार्य में भी गड़बड़ी पैदा करते हैं। सबसे पहले आपने उत्पातियों को सुधर जाने की, अन्यथा अनुशासनिक कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी दी। जब इस चेतावनी का न के बराबर असर हुआ, तब आपने नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। इसके बदले के रूप में उन्होंने अपने बीच एक महिला कर्मचारी को आपके विरूद्ध महिला आयोग में यौन-उत्पीड़न की एक शिकायत दायर करने के लिए भड़का दिया। आयोग ने तुरन्त आपका स्पष्टीकरण मांगा।

आपको इससे आगे भी लज्जित करने के लिए मामला मीडिया में भी प्रसारित किया गया। इस स्थिति से निपटने के विकल्पों में से कुछ निम्नलिखित हो सकते हैं:

1- आयोग को अपना स्पष्टीकरण दे दीजिए और अनुशासनिक कार्रवाई पर नरमी बरतिए।
2- आयोग को नजरअंदाज कर दीजिए और अनुशासनिक कार्रवाई को मजबूती के साथ आगे बढाइए।
3- अपने उच्च अधिकारियों को संक्षेप में अवगत करा दीजिए, उनसे निर्देश मांगिए और उनके अनुसार कार्य कीजिए।कोई अन्य संभव विकल्प सुझाइए।

सभी का मूल्यांकन कीजिए और अपने कारण बताते हुए सबसे अच्छा विकल्प स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 12.

मान लीजिए कि आप ऐसी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं, जो एक सरकारी विभाग के द्वारा प्रयुक्त विशेषीकृत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाती है। आपने विभाग को उपस्कर की पूर्ति के लिए अपनी बोली पेश कर दी गई है। आपके ऑफर की गुणता और लागत दोनों आपके प्रतिस्पर्धियों से बेहतर हैं। इस पर भी संबंधित अधिकारी टेंडर पास करने के लिए मोटी रिश्वत की मांग कर रहा है। ऑर्डर की प्राप्ति आपके और आपकी कंपनी, दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। ऑर्डर न मिलने का अर्थ होगा उत्पादन रेखा का बन्द कर देना। यह आपके स्वयं के कैरियर को भी प्रभावित कर सकता है। फिर भी, मूल्य-सचेत व्यक्ति के रूप में आप रिश्वत देना नहीं चाहते हैं।

रिश्वत देने और ऑर्डर प्राप्त कर लेने, तथा रिश्वत देने से इनकार करने और ऑर्डर को हाथ से निकल जाने-दोनों के लिए वैध तर्क दिए जा सकते हैं। ये तर्क क्या हो सकते हैं? क्या इस धर्मसंकट से बाहर से बाहर निकलने का कोई बेहतर रास्ता हो सकता है? यदि हां, तो इस तीसरे रास्ते की अच्छाइयों की ओर इंगित करते हुए उसकी रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए।

प्रश्न 13.

रामेश्वर ने गौरवशाली सिविल सेवा परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लिया और वह ऐसे सुअवसर से अभिभूत था जो सिविल सेवा के माध्यम से देश की सेवा करने के लिए उसको मिलने वाला था। परन्तु, सेवा का कार्यग्रहण करने के शीघ्र बाद उसने महसूस किया कि वस्तुस्थिति उतनी सुन्दर नहीं है जितनी उसने कल्पना की थी।

उसने अपने विभाग में व्याप्त अनेक अनाचार पाए। उदाहरण के रूप में, विभिन्न योजनाओं और अनुदानों के अधीन निधियां दुर्विनियोजित की जा रही थी। सरकारी सुविधाओं का अक्सर अधिकारियों और स्टाफ द्वारा व्यक्तिगत आवश्यकताओं के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। कुछ समय के बाद उसने यह भी देखा कि स्टाफ को भर्ती करने की प्रक्रिया भी दोषपूर्ण थी। भावी उम्मीदवारों को एक परीक्षा लिखनी होती थी जिसमें काफी नकलबाजी चलती थी। कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा में बाह्य सहायता भी प्रदान की जाती थी। रामेश्वर ऐसी घटनाओं को अपने वरिष्ठों की नजर में लाया। परन्तु, इस पर उसको अपनी आँखे, कान और मुख बंद रखने और इन सभी चीजो को नजरअंदाज करने की सलाह दी गई। यह बताया गया कि सब उच्चतर अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा था। इससे रामेश्वर का भ्रम टूटा और वह व्याकुल रहने लगा। वह सलाह के लिए आपके पास आता है।

ऐसे विभिन्न विकल्प सुझाइए, जो आपके विचार में, ऐसी परिस्थिति में रामेश्वर के लिए उपलब्ध हैं। इन विकल्पों का मूल्यांकन करने और सर्वाधिक उचित रास्ता अपनाने में आप उसकी किस प्रकार सहायता करेंगे?

प्रश्न 14.

हमारे देश में, ग्रामीण लोगों का कस्बों और शहरों की ओर प्रवसन तेजी के साथ बढ़ रहा है। यह ग्रामीण और नगरीय दोनों क्षेत्रों में विकट समस्याएं पैदा कर रहा है। वास्तव में, स्थिति यथार्थ में अप्रबन्धनीय होती जा रही है। क्या आप इस समस्या का विस्तार से विश्लेषण कर सकते हैं और इस समस्या के लिए जिम्मेदार न केवल सामाजिक-आर्थिक, वरन् भावनात्मक और अभिवृत्तिक कारकों को बता सकते है? साथ ही, स्पष्ट रूप से उजागर कीजिए कि क्यों-

1- शिक्षित ग्रामीण युवा शहरी क्षेत्रों में स्थानांतरित होने की कोशिश कर रहे हैं_
2- भूमिहीन निर्धन लोग नगरीय मलिन बस्तियों में प्रवसन कर रहे हैं
3- यहां तक कि कुछ किसान अपनी जमीन बेच रहे हैं और शहरी क्षेत्रे में छोटी-मोटी नौकरियां लेकर बसने की कोशिश कर रहे हैं।

आप कौन-सा साध्य कदम सुझा सकते हैं, जो हमारे देश की इस गंभीर समस्या का नियंत्रण करने में प्रभावी होंगे?


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